पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर जसपुर में जरूरतमंदों को वितरित की राशन किट

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तीन दिवसीय कुमाऊं दौर के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर जसपुर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सेवा ही संगठन-2 के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में जरूरतमंदों को राशन किट वितरित किए। पूर्व सीएम ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साकार कर उन्हें सबसे बड़ी श्रद्धांजलि दी है।

श्री रावत ने कहा कि डॉ.मुखर्जी जी, अखण्ड और एक भारत के लिए कश्मीर को देश की मुख्यधारा में लाना चाहते थे। उनका कहना था कि एक देश एक विधान होना चाहिए। धारा 370 को हटाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया और अपने जीवन का बलिदान किया। उन्होंने कहा कि अखण्ड भारत के लिए दिया गया उनका बलिदान सदैव याद रखा जाएगा।

पूर्व सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 एवं 35A समाप्त कर उनके सपने को साकार किया। आज जम्मू और कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़े हैं। पूर्व सीएम ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर के प्रति सभी को बेहद सतर्क और सावधान होने की जरूरत है, उन्होंने विशेषकर 18 साल से कम उम्र के बच्चों को तीसरी लहर से सावधान होने को कहा है। पूर्व सीएम ने युवाओं से आह्वान किया कि टीकाकरण के पहले रक्तदान अवश्य करें ताकि हम ब्लड बैंकों को मजबूत कर सकें और आने वाले संकट उन्हें बचाएँ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर जगह आज रक्तदान शिविर के आयोजन किए जा रहे हैं जिसमें युवा बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शहीद मेजर विवेक गुप्ता प्राथमिक विद्यालय कांवली, देहरादून में डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, शिक्षाविद, चिंतक और जनसंघ के संस्थापक थे। वे मानवता के उपासक एवं सिद्धांतवादी थे। डॉ.मुखर्जी देश के प्रथम उद्योग मंत्री थे। राष्ट्रीय हितों की प्रतिबद्धता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानने के कारण उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। बहुत कम उम्र में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ॰मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। जम्मू कश्मीर का अलग झण्डा और अलग संविधान था। धारा-370 को समाप्त करने की उन्होंने वकालत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 एवं 35। समाप्त कर उनके सपने को साकार किया। आज जम्मू और कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़े हैं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शहीद मेजर विवेक गुप्ता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विधायक हरवंश कपूर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल,पार्षद श्रीमती अर्चना पुंडीर,सुभम नेगी,अमित कपूर,दिनेश रावत आदि उपस्थित थे।