पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस पर शनिवार को देहरादून के दूरस्थ गांव इठारना में पौधरोपण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण से ही हम पर्यावरण स्वच्छ और संरक्षित रख सकते हैं। इसके लिए पूरे समाज को आगे आना चाहिए। यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी भी है। शुद्ध पर्यावरण से ही हम पूरी मानव जाति के जीवन को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। हालांकि कोरोना वैश्विक महामारी के इस संकट काल में वृक्षारोपण कार्यक्रम प्रतीकात्मक रूप से ही आयोजित किया गया।
उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं और बधाई देते हुए आह्वान किया कि इस महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी में सभी लोगों को आगे आकर अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के समय हम दूषित पर्यावरण के कारण भी कई तरह की अन्य समस्या से गुजर रहे हैं। पर्यावरण के दूषित होने से आज पूरी दुनिया में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि हम जानते हैं कि पर्यावरण में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन उपलब्ध है। यह आक्सीजन हमें पेड़ पौधों और इस पर्यावरण से ही मिलती है। प्रकृति के पास पर्याप्त मात्रा में जल है। जल है तो वृक्ष हैं और फिर वृक्षों से ही हमें जल भी मिलता है। इसलिए पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए जरूरी है कि हम वृक्ष लगाएं और उसके संरक्षण पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा कि हम फलदार, ईमारती, शृगांरिका, गूलर, तुलसी और पीपल, बरगद जैसै वृक्ष लगा सकते हैं। तुलसी, पीपल और बरगद हमें पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन देते हैं। उन्होंने पर्यावरण के रक्षण पर भी जोर दिया। पर्यावरण का असुंतलन ही समाज में कई तरह की समस्याएं भी पैदा करता है। जिससे सामाजिक ही नहीं आर्थिक रूप से कई तरह से दुष्प्रभाव का हम सामना करते हैं। व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण से ही हम सभी तरह के इन दुष्प्रभावों से मुक्त हो सकते हैं। इससे पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहेगा और पूरी मानव जाति ही नहीं बल्कि अन्य प्राणियों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल, भाजपा जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, मंडल अध्यक्ष राजेंद्र मनवाल तथा अन्य स्थानीय ग्रामीणों ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में भागीदारी निभाई।