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साउथ आस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में गणेश चतुर्थी के अवसर पर यूनाइटेड इंडियन ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया संस्था (UIOSA) के तत्वावधान में तीन दिवसीय गणेश महोत्सव मनाया गया। जिसमें एडिलेड शहर में रहने वाले प्रवासी भारतीयों,उत्तराखंडियों के साथ-साथ आस्ट्रेलियाई नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस दौरान भगवान गणेश जी की विधिवत पूजा-अर्चना कर विश्व में सुख-शांति की कामना के साथ-साथ विश्व से कोरोना महामारी का खत्म करने की प्रार्थना की गई।
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उत्तराखंड एसोसिएशन साउथ आस्ट्रेलिया (UASA) के अध्यक्ष विनोद बिष्ट ने इस बारे में बताया कि पिछले छह वर्षों में हम साउथ ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में (UIOSA) के बैनर तले गणेश उत्सव आर्ट एवं कल्चरल फ़ेस्टिवल के रूप में मनाते आ रहे है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते बीच में कुछ व्यवधान आए। जिसके कारण संस्था ने अपने कार्यक्रमों को सीमित कर दिया था। लेकिन इस बार कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए हमने यहां पर गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया। जिसमें इस वर्ष भी विश्व के सबसे बड़ा गणेश पंडाल का निर्माण किया गया।
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श्री बिष्ट ने बताया की इस बार गणेश उत्सव के मौके पर 14 फिट ऊंची गणेश जी की मूर्ति आकर्षण का केंद्र रही। इसी के साथ पंडाल में संगीतमय लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी। जिसने श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित किया।
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आपको बता दें साउथ ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में आयोजित इस गणेश उत्सव में 101 परिवारों ने सत्य नारायण पूजा कथा में एक साथ बैठाकर भाग लिया,कोरोना योद्धाओं के सम्मान में झांकी (पुलिस कर्मियों,स्वास्थ्य कर्मियों और आस्ट्रेलीयन फ़ौज) महाराष्ट्र के भेष-भूषा के स्थानीय रूप से तैयार टीम का ढोल ताशा वादन, भगवान गणेश जी की पालकी,शिवाजी महाराज के झंडों के तले बालक शिवांश बिष्ट के शंखनाद से झांकी जब साउथ ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर की सड़कों से होते हुए पंडाल तक पहुंची तो,लोगों ने गर्मजोशी के साथ गणेश जी और झांकी में शामिल लोगों का अभिवादन किया।
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इस दौरान कोरोना मापदंड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, थर्मल टेस्टिंग, सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क है ज़रूरी, महाप्रसाद पर प्रतिबंध जैसी आवश्यक कदम उठाए गये। इसी के तहत 10 हज़ार क्षमता वाले प्रांगण में एक समय में केवल 1 हज़ार लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई। जिसके अनुसार अलग-अलग टुकड़ियों में लगभग 15 हज़ार दर्शकों ने दर्शन कर पूजा अर्चना की।
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उत्तराखंड एसोसिएशन साउथ आस्ट्रेलिया के अध्यक्ष विनोद बिष्ट ने बताया की भले हम सात समंदर पार रह रहे हों,लेकिन हमारी कोशिश रहती हैं कि हम अपने रीति-रिवाज अपने संस्कार,अपनी धार्मिक आस्थाओँ और अपनी लोक कलाओं को यहां भी जीवित रखें है। जिसकी झलक इस गणेश उत्सव में भी देखने को मिली। उत्तराखंड एसोसिएशन साउथ आस्ट्रेलिया (UASA) हमेशा अपनी परंपराओं और लोक संस्कृतिक को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहती है। जिसके तहत ऐसे बड़े मंचों पर उत्तराखंड की लोक सांस्कृतिक धरोहर को प्रचारित-प्रसारित किया जाता है।