कोरोना के खिलाफ जंगः-उत्तराखंड के चिकित्सालयों के लिए हंस फाउंडेशन ने प्रदान किए 180 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स,मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने हरी झंडी दिखाकर किए रवाना

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शहरों के बाद अब कोरोना वायरस संक्रमण गांव में भी पैर पसारे लगा है। जिसे रोकने के लिए सरकार तमाम कोशिशे कर रही है। जिसके सुखद परिणाम भी सामने आने लगे है। कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ भारत सरकार की मुहिम भी अब परवान चढ़ने लगी है। कोरोना संक्रमण को गांवों तक फैलने से रोकने के लिए सरकारों के साथ-साथ तमाम सामाजिक संगठन भी कदम से कदम से मिलाकर चले रहे है।

इस क्रम में हंस फाउंडेशन देश सहित उत्तराखंड के तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए ‘अहर्निशं सेवामहे’ के संकल्प के साथ पहाड़ को कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए अपने सेवाकों के साथ रात-दिन स्वास्थ्य संबंधि हर जरूरी समान सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्रों,पुलिस कर्मियों,ग्राम प्रधानों और आशा कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहा है ताकि उत्तराखंड का हर गांव कोरोना संक्रमण से बचाया सके। इन जन स्वास्थ्य रक्षक उपकरणों के माध्यम से डाक्टर एवं आशा कार्यकर्ता पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों की जांच कर उनकी स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियों पर निरंतर नजर बनाए हुए है,और कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत लोगों को अस्पतालों तक पुहंचाने में सहयोगी बन रहे है।

इस कड़ी में सोमवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बीजापुर अतिथि गृह में प्रदेश के चिकित्सालयों के उपयोग हेतु हंस फाउण्डेशन द्वारा उपलब्ध कराये गये 180 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स के वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहा कि कोरोना की महामारी का सामना करने के लिये राज्य को सभी का सहयोग मिल रहा है। तथा सभी के सहयोग से हम इस महामारी को रोकने में अवश्य सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में आक्सीजन की व्यवस्था की गई है। जिसमें तमाम समाजिक संगठनों का सहयोग भी हमें मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा आज राज्य को 180 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स उपलब्ध कराये गये है। यह निश्चित तौर पर बहुत बड़ी मदद है,जिससे पीडितों की बड़ी मदद होगी। इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स को उन पर्वतीय जिलों को भेजा जाएगा जहां इनकी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा प्रदेश भर में निरंतर चिकित्सा सुविधाओं के विकास में सहयोग हेतु के सराहना करते हुए कहा कि हम माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के आभारी हैं कि आपके आशीर्वाद से राज्य को इस महामारी के दौर में निरंतर सहयोग मिल रहा है। इस अवसर पर हंस फाउण्डेशन फिल्ड मैनेजर योगेश सुंदरियाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

हंस फाउंडेशन फिल्ड मैनेजर योगेश सुंदरियाल ने इस मौके पर बताया कि माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के ‘अहर्निशं सेवामहे’ के संकल्प के साथ पूरे राज्य में सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए दूरगामी क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य संबंधि हर जरूरी समान सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्रों,पुलिस कर्मियों,ग्राम प्रधानों और आशा कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है। इस कड़ी में पौड़ी,रूद्रप्रयाग,पिथौरागढ़,टिहरी और उत्तराखंड के तमाम दूरगामी क्षेत्रों तक कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रथम पंक्ति में तैनात कोरोना वॉरियर्स,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों,ग्राम प्रधानों,आशा कार्यकर्ताओं,युवक मंगल दलों को सरकारी नियामानुसार ग्रामीणों को किसी भी आपात स्थिति में सेवा देने के लिए रक्षा कवच के तौर पर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स,नेबोलाइजंर मशीन,ऑक्सिमीटर,डिजिटल थर्मोमीटर,पीपीई किट,इंफ्रारेड थर्मोमीटर, ऑक्सीजन मास्क,सर्जिकल मास्क,सैनिटाइजर,स्टीमर,बीपी मशीन,गाउन सहित अन्य सामग्री प्रदान की गई है,और सेवा का यह कार्य निरंतर जारी है।

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आपको बता दें कि स्वस्थ गांव के साथ-साथ स्वस्थ भारत के निर्माण में भागीदारी निभाते हुए माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने उत्तराखंड को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लगभग  14 करोड़ा रुपये के स्वास्थ्य संबंधित उपकरण एवं दवाइंयां प्रदान की है,साथ ही राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया हैं कि भविष्य में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए राज्य को किसी भी सहोयग की आवश्यकता होगी तो हंस फाउंडेशन उनके साथ खड़ा है।