सोमवार को केदार घाटी का मौसम साफ होने के साथ ही एमआई 17 और चिनूक से एयरलिफ्ट रेस्क्यू शुरू हो गया है। एमआई चारधाम हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतरेगा। सुबह 09 बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ से एमआई एवं चिनूक एवं छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किए जा चुके हैं।
- मुख्यमंत्री धामी स्वयं पिछले 72 घंटों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की कर रहे हैं मॉनिटरिंग।
- केदारनाथ से लिनचोली के लिए रवाना किए करीब 400 यात्री।
- चौमासी ट्रैक पर रवाना 110 यात्री सुरक्षित पहुंचे चौमासी।
- केदारघाटी में रेस्क्यू अभियान सोमवार को भी जारी।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं ले रहे रेस्क्यू एवं सर्च अभियान के पल-पल की जानकारी।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निकट परिवेक्षण में केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर रेस्क्यू एवं सर्च अभियान पांचवे दिन भी जारी है।
रविवार देर शाम तक स्निफर डॉग की मदद से सर्च अभियान जारी रहा। वर्तमान में लिनचोली से रामबाड़ा क्षेत्र तक सर्च अभियान पूरा किया जा चुका है जिसमें अब तक किसी व्यक्ति के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं सोमवार सुबह 100 लोगों को सुरक्षा बलों की देखरेख में श्री केदारनाथ धाम से लिनचोली हेलीपैड के लिए रवाना कर दिया गया है।
इन यात्रियों को लिनचोली से एयरलिफ्ट कर शेरसी हेलीपैड पर उतारा जाएगा। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें जंगल एवं मंदाकिनी नदी के आसपास भी लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को लगातार प्रयास किया जा रहा है। सीईओ बीकेटीसी योगेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन केदारनाथ धाम में फंसे हुए यात्रियों 373 यात्रियों, स्थानीय लोगों एवं मजदूरों को एनडीआरएफ,एसडीआरएफ एवं अन्य सुरक्षा बलों की मदद से लिनचोली तक पहुंचाने के लिए रवाना कर दिया गया है।
लिनचोली से एयरलिफ्ट कर इन सभी को रेस्क्यू किया जाएगा। वहीं केदारनाथ हैलीपैड पर अभी 570 यात्री,स्थानीय लोग और मजदूर एयर लिफ्ट होने का इंतजार कर रहे हैं। केदारनाथ में सभी लोगों के लिए जिला प्रशासन,बीकेटीसी और तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा फूड पैकेट्स,पानी की बोतलें,फल उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
रामबाड़ा चौमासी ट्रैक से एनडीआरएफ एव एसडीआरएफ द्वारा 110 यात्रियों को रेस्क्यू कर चौमासी पहुंचा दिया गया है। ट्रैक पर सुरक्षा बलों द्वारा यात्रियों को लगातार फूड पैकेट्स,पानी सहित चिकित्सा उपचार उपलब्ध करवाया गया। अब तक इस मार्ग से 534 से अधिक यात्रियों एव स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।