उत्तराखंड में ब्लैक फंगस से दो और मरीजों की मौत,सरकार ने ब्लैक फंगस की दवाई एम्फोटेरेसिन बी के उपयोग के लिए जारी की एस ओ पी

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उत्तराखंड सरकार ने बढ़ते ब्लैक फंगस चलते ब्लैक फंगस की दवाई एम्फोटेरेसिन बी  (Amphotericin b) के उपयोग के लिए एस ओ पी जारी कर दी है। शासन के अनुसार यह दवाई केवल डेडीकेटेड कोविड-19 हेल्थ केयर सेंटर, मेडिकल कॉलेज और केवल राज्य सरकार के संस्थानों में ही मिलेंगी। प्राइवेट में किसी व्यक्ति विशेष के लिए (Prescription) प्रिस्क्रिप्शन के लिए उपलब्ध नहीं होंगी। अगर कोई डॉक्टर इसको प्रिसक्राइब करता है तो उसके लिए उसे अथॉरिटी फॉरमैट साइन करके देना होगा। दवाई की सप्लाई उसी समय दी जा सकेगी जब वर्किंग अवर्स होंगे।

इस बीच उत्तराखंड में लगतार ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे है। शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश में मेरठ के रहने वाले 64 वर्षीय और देहरादून निवासी 65 वर्षीय मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। एम्स ऋषिकेश में दो ब्लैक फंगस के मरीजों की मौत होने के बाद सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है। आपको बता दें कि एम्स ऋषिकेश में अभी तक ब्लैक फंगस के चार मरीजों को मौत हो चुकी है।

कोरोना समंक्रण के बीच एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस 15 नए मरीज मिले हैं। ब्लैक फंगस के कुल आंकड़ों की बात करें तो एम्स में अब तक 61 संक्रमित लोग मिल चुके हैं। जिनका उपचार किया जा रहा है। एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने इस बारे में बताया कि ब्लैक फंगस वार्ड में वर्तमान में ब्लैक फंगस के 56 मरीज भर्ती हैं। शुक्रवार को ब्लैक फंगस केयर वार्ड में उपचार के दौरान दो संक्रमितों की मौत हुई है। एम्स में अब तक पांच संक्रमितों को मौत हो चुकी है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मामलों को रोकने के लिए सरकार पूरी तैयारी का दावा कर रही है। सरकार का कहना हैं कि ब्लैक फंगस नियंत्रण के लिए लगातार चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।