नई दिल्ली में इंडिया टाइम 24 न्यूज के दक्षिण दिल्ली कार्यालय में पर्वतीय लोकविकास समिति और भिलंगना क्षेत्र विकास समिति द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी और हिमालय गौरव इंद्रमणि बडोनी जी की स्मृति में स्वाधीनता के गुमनाम नायकों पर केंद्रित विचार गोष्ठी आयोजित की गई।
विचार गोष्ठी में सम्मिलित साहित्यकारों,इतिहासकारों,विद्वानों और शिक्षाविदों ने दोनों महापुरुषों पर अपने विचार रखे। समारोह के मुख्य अतिथि आकाशवाणी के पूर्व निदेशक,नागरी लिपि परिषद के महासचिव और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.हरि सिंह पाल ने कहा कि अटल जी ने कविता,पत्रकारिता और हिन्दी की वैश्विक सेवा के माध्यम से स्वयं को वैश्विक व्यक्तित्व बनाया तो बडोनी जी ने पहाड़ की लोक संस्कृति,शिक्षा जागरण और पावन सिद्ध पीठों की ऐतिहासिक यात्राओं से स्वयं को राष्ट्रीय फलक पर स्थापित किया।
गोष्ठी के अतिविशिष्ट अतिथि शीर्ष समाजसेवी और वरिष्ठ नागरिक सेल के संयोजक श्याम लाल मजेड़ा ने कहा कि अटल जी यदि देश में कवि,पत्रकार और कुशल वक्ता के रूप में लोकप्रिय हुए तो बडोनी जी भी अपनी कला,विद्वत्ता और आंदोलनकारी नेता के रूप में उत्तराखंड के जन-जन के प्रिय थे।
इतिहास अध्येता और संस्कृत आयाम के उपाध्यक्ष कौशल कुमार शर्मा ने कहा कि बडोनी जी की खोज खतलिंग धाम का महत्त्व केदारनाथ और अमरनाथ जैसा ही है,इसलिए इस महायात्रा को राष्ट्रीय मान्यता मिलनी चाहिए।
दक्षिण दिल्ली के पूर्व उप महापौर कुलदीप सोलंकी ने कहा कि आज आयोजक समितियों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस,अटल जी और बडोनी जी को एक साथ पुष्पांजलि अर्पित करने का अवसर उपस्थित कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी महरौली जिला के महासचिव रविन्द्र सोलंकी ने कहा कि अटल जी को आज भी देश में सुशासन का पर्याय माना जाता है तो बडोनी जी को आदर्श जनप्रतिनिधि का पर्याय।
क्षेत्रीय निगम पार्षद प्रतिनिधि सतपाल कृष्णिया ने कहा कि भारतरत्न अटल जी भारतीय राजनीति के अमर नायक हैं तो इंद्रमणि बडोनी जी देवभूमि की पावन माटी के सच्चे सपूत।
गोष्ठी के अध्यक्ष और पर्वतीय लोकविकास समिति एवं भिलंगना क्षेत्र विकास समिति के अध्यक्ष प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अटल जी का विचार दर्शन ही नहीं उनके स्वप्न और संकल्प सब सिद्ध हो रहे हैं,लेकिन बडोनी जी के साथ तो छलावा ही हुआ। जिस प्रकार आजादी के बाद गांधी के दर्शन को तिलांजलि दे दी गई,उसी प्रकार पृथक उत्तराखंड राज्य के जनक बडोनी जी के संकल्पों को धूल धूसरित कर दिया गया,उसका ज्वलंत उदाहरण 40 वर्ष से लंबित पांचवां धाम खतलिंग है।
ऐतिहासिक खतलिंग महायात्रा के 40 वें वर्ष में हम भव्य समारोह में छात्र प्रतिभा सम्मान और शिक्षक एवं महायात्रा सहयात्री सम्मान देने के साथ खतलिंग पर केंद्रित स्मारिका का प्रकाशन कर नई पीढ़ी को बडोनी जी के योगदान से परिचित करवाएंगे।
इस अवसर पर अशोक कुमार सिंह,जयवीर सिंह,प्रवीण सोलंकी और प्रभाकर ध्यानी को अटल सेवा सम्मान से और चंद्रशेखर भट्ट,प्रदीप कुकरेती,दीवान राम आर्य,लक्ष्मण कुमार और प्रदीप तेवतिया को इंद्रमणि बडोनी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। स्कूली छात्रों को निबंध लेखन प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिता के लिए पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कवि बीर सिंह राणा ने किया। इंडिया टाइम 24 न्यूज के प्रबंध निदेशक संजीव सोलंकी ने सब अतिथियों और आगंतुकों का स्वागत किया।
उत्तराखंड समाज,साध नगर के अध्यक्ष प्रभाकर ध्यानी ने सभी संस्थाओं की ओर से आभार व्यक्त किया।