राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ पर सभी महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। राज्यपाल ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के सशक्तीकरण और उनके अधिकारों को समर्पित दिवस है। महिलाओं और बालिकाओं को कौशल विकास के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना बहुत जरूरी है। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं वास्तव में सशक्त होती हैं तथा वे अपने जीवन के प्रत्येक निर्णय स्वयं ले सकती हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लैंगिक समानता और आर्थिक स्वावलंबन अत्यंत आवश्यक है। उत्तराखण्ड राज्य के सर्वांगीण विकास में यहाँ की मातृशक्ति का अमूल्य योगदान है।
उत्तराखण्ड की महिलायें अत्यंत परिश्रमी एवं साहसी हैं। उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास हेतु यहाँ की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना अत्यंत आवश्यक है। रोजगार सृजन, जैविक कृषि, पर्यटन प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं द्वारा उल्लेखनीय योगदान दिया जा रहा है। यहाँ की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है।
ऐतिहासिक दृष्टि से महिला सशक्तीकरण ने प्रत्येक सदी में अपने से पूर्व की सदी की तुलना में निरन्तर विकास किया है। परन्तु आज भी महिला सशक्तीकरण का लक्ष्य पूरा नही हो पाया है। महिलाएँ प्रत्येक क्षेत्र में अपनी योग्यता सिद्ध कर रही है। जिन क्षेत्रों पर पहले सिर्फ पुरूषों का एकाधिकार माना जाता था उन पर भी महिलाओं ने लगन एवं परिश्रम से सफलता का परचम लहराया है। व्यापार, कला, खेल, राजनीति, विज्ञान और टेक्नाॅलोजी सभी क्षेत्रों में महिलाओं ने स्वयं को सिद्ध किया है।
महिला सशक्तीकरण के लिये बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना अत्यन्त आवश्यक है। यह समय की मांग है। बालिका शिक्षा के सामने बहुत सी चुनौतियां है। आज भी सामाजिक कुरीतियों के कारण बालिकाओं को बीच में ही शिक्षा छोड़ कर घरेलू दायित्व पूरे करने पड़ते हैं। बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिये सरकार के साथ ही समाज को भी मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि अपने क्षेत्र में खास उपलब्धियां हासिल करने वाली कुछ महिलाओं का उदाहरण देकर हम महिलाओं की उन्नति को दर्शाते हैं। अद्भुत उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाली महिलाएं तो हर काल में रही हंै। हम सभी को उन पर गर्व है। एक समाज के रूप में महिलाओं की स्थिति में कितना परिवर्तन आया इस पर विचार करना भी जरूरी है। वास्तविक परिवर्तन आम महिलाओं के जीवन में आना जरूरी है। उनके प्रति समाज की सोच में परिवर्तन लाने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल श्रीमती मौर्य के निर्देश पर राजभवन द्वारा इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जनपद देहरादून में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों तथा फ्रन्टलाइन वर्कर्स को कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिये सम्मानित किया जायेगा।