उत्तराखंड-तीन अलग-अलग सड़क हादसों में 21 लोगों की मौत,पीएम मोदी और सीएम धामी ने व्यक्त किया शोक

0
908

उत्तराखंड के लिए मंगलवार का अमंगल साबित हुआ। राज्य में तीन अलग-अलग सड़क हादसों में 21 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है और  पांच अन्य घायल हो गए हैं। मंगलवार को हुए इन सड़क हादसों के बाद से कई घरों में मातम पसरा है।

उत्तराखंड में पहली दुर्घटना की सूचना लोगों के रात खुलते ही मिली। जब पता चला कि चंपावत जिले में सुखीढांग-डांडामिनार मार्ग देर रात एक वाहन के गहरी खाई में गिर गया है। जिसमें लगभग 16 लोग सवार थे। जो एक विवाह समारोह में शामिल होकर डांडा ककनाई गांव लौट रहे थे। लेकिन इस बीच यह दुःखद हादसा हो गया है। इस हादसे में चार महिलाओं समेत 14 बारातियों की मौके पर मौत हो गई। जिसके बाद पूरे गांव में मातम छा गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने चंपावत में हुई सड़क दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है| प्रधानमंत्री ट्वीट कर कहा कि ‘‘उत्तराखंड के चंपावत में हुई दुर्घटना हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके परिजन के प्रति अपनी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने चंपावत में हुई सड़क दुर्घटना  पर गहरा शोक व्यक्त किया है|  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ( से नि) ने दिवंगत आत्माओं की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत जनपद में सुखीढांग-डांडा-मीनार मार्ग पर हुए वाहन दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों को पूर्ण तत्परता के साथ करने एवं घायलों के शीघ्र उपचार करने के निर्देश दिए हैं।

चंपावत के सुखीढांग-डांडामिनार मार्ग देर हुई इस दुर्घटना के बारे में कुमाऊं के डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि सुखीढांग रीठा साहिब रोड के तड़के उस समय हुआ हादसा हुआ जब हादसे के शिकार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे।

इस हादसे से लोग अभी उभरे भी नहीं थे कि उत्तराखंड में एक के बाद एक दो अलग-अलग स्थानों पर हुई सड़क दुर्घटनाओं ने लोगों को हिलाकर रख दिया। कोटद्वार से गुमखाल जा रही कार संख्या UK-15C0853 जो की क्रैंखाल बैंड पर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरने से चार शिक्षकों की मौत हो गई। यह सभी शिक्षक हर रोज की तरह इसी कार से इस मार्ग पर आवाजाही करते थे। लेकिन मंगलवार को हुई दुःखद दुर्घटना में इनकी जान चली गई।

दुर्घटना की सूचना मिलते ही दुगड्डा और गुमखाल पुलिस चौकी से टीमें घटनास्थल पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। इस दुर्घटना के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने बताया कि दुर्घटना में कोटद्वार नगर निगम के अंतर्गत मानपुर निवासी पूनम रावत (45 वर्ष) पत्नी प्रद्युमन सिंह, वंदना भंडारी (42 वर्ष) पत्नी नरेंद्र सिंह भंडारी और शिवपुर निवासी दीपक शाह (38 वर्ष) पुत्र उत्तम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में सतेंद्र नगर (कौड़िया) निवासी अरूण कुमार (30 वर्ष) पुत्र बाबूलाल और रतनपुर (सुखरो) निवासी जयवीर सिंह (58 वर्ष) पुत्र रघुवीर सिंह घायल है। दुर्घटना का कारण ब्रेक के स्थान पर एक्सीलेटर दबना बताया जा रहा है।

इस के साथ टिहरी के मुनिकीरेती ब्रह्मपुरी नामक स्थान पर भी पर एक कार के खाई गिरने की खबर आई,एसडीआरएफ टीम को मौके पर पहुंचने के उपरांत ज्ञात हुआ कि इस ऑल्टो कार में चार लोग सवार थे। जो ब्रह्मपुरी नामक स्थान पर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। जिसमे 03 लड़के व 01 लड़की सवार थी। इस हादसे में 02 लड़कों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई थी। जबकि एक लड़का व एक लड़की गंभीर रूप से घायल है।

एसडीआरएफ टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा घायलों को प्राथमिक उपचार देकर 108 के माध्यम से ऋषिकेश हॉस्पिटल भेजा गया व 02 मृतकों के शवों को खाई से बाहर निकाला कर मुख्य मार्ग तक पहुंचाकर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।

इस कार के खाई में गिरने की सूचना प्राप्त होने पर एसडीआरएफ पोस्ट ब्यासी से उपनिरीक्षक नीरज चौहान के नेतृत्व में टीम मय रेस्क्यू उपकरणों के तत्काल घटनास्थल पर रवाना हुई। एसडीआरएफ टीम को मौके पर पहुंचने के उपरांत ज्ञात हुआ कि उक्त वाहन ऑल्टो में 4 लोग सवार थे। यह कार पावकीदेवी से ऋषिकेश की और जा रही थी। एसडीआरएफ टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा घायलों को सर्वप्रथम प्राथमिक उपचार देकर 108 के माध्यम से ऋषिकेश हॉस्पिटल भेजा गया व 02 मृतकों के शवों को खाई से बाहर निकाला मुख्य मार्ग तक पहुंचाकर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।