
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य में कई सड़क मार्ग भूस्खलन से टूट गए है। बारिश से द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर को जोड़ने वाला गौंडार-मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली के समीप सरस्वती (मोरकंडा) नदी पर बना पुल बह गया है। इस पुल के बहने से पैदल मार्ग से लेकर मंदिर तक लगभग 250 से अधिक श्रद्धालुओं के फंसे होने की हैं। भारी बारिश के चलते चारधाम यात्रा को भी 2 दिन के लिए रोक दिया गया है।

इस बीच मौसम विभाग ने देहरादून,हरिद्वार,पौड़ी,नैनीतला,टिहरी,ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले सहित कई अन्य जिलों में लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के ओर से उत्तराखंड में 16 अगस्त तक पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड सरकार ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद जिलाधिकारियों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को हाई अलर्ट पर रहने और किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सहायता के लिए तैयार रहने का निर्देश दिए है।
उत्तराखंड राज्य में भारी वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। एसडीआकएफ (SDRF) टीमें लगातार राहत एवं बचाव अभियान चला रही है। पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कहीं जलभराव व कहीं वाहनों के बहने की सूचना पर कमांडेंट SDRF मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार (SDRF) टीमें रात भर राहत एवं बचाव कार्य में जूटी रही तथा अभी भी रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।
एसडीआकएफ (SDRF) द्वारा किये गए रेस्क्यू कार्यों का विवरण
1. ऋषिकेश में खारा स्रोत के पास कुछ घरों में जलभराव होने से लोगों के फंसे होने की सूचना प्राप्त होते ही SDRF टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर मकान में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
2. ऋषिकेश में गली नंबर-11 गीता नगर, आईडीपीएल गेट के पास कुछ मकानों में जलभराव होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर मकानों में निवासरत परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
3. आमबाग,ऋषिकेश में एक गर्भवती महिला के पानी मे फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए चांदनी देवी पत्नि नितिन उम्र 32 वर्ष,मूल निवासी देवबंद,हाल पता आम बाग को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
4. कांगड़ी श्यामपुर,हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के दृष्टिगत (SDRF) टीम द्वारा उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार एहतियात के तौर पर कांगड़ी गांव के गंगा किनारे की झोपड़ियां को खाली करवाया गया तथा 70 से 80 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर (धर्मशाला सिंह साहब) कांगड़ी में पहुँचाया गया।
5. भोगपुर के पास एक कार जिसमें 04 लोग सवार थे, के नाले में फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर स्थानीय पुलिस की सहायता से सुरक्षित निकाला गया तथा वही फंसे बाइक सवार 02 लोगों को भी SDRF टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया।
6. लक्ष्मणझूला क्षेत्रान्तर्गत बैराज के पास एक वाहन के पलटने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुँचकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वाहन में सवार एक महिला व 02 बच्चे लापता है।
7. जोगियाना, मोहनचट्टी में मलबा आने से एक परिवार के दबे होने की सूचना पर SDRF टीम मौके के लिए रवाना हुई। अनेक स्थानों पर मार्ग बाधित होने के कारण रेस्क्यू टीम को मौके तक पहुँचने के लिए अत्यधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा हैं।

8. जनपद रुद्रप्रयाग के रतूड़ा में 02 व्यक्तियों के नवनिर्मित रेलवे टनल में फंसने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा अन्य सहयोगी टीमों के साथ त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाते हुए पवन कुमार गुप्ता, निवासी झारखंड व रंजय कुमार मिश्रा, निवासी, बिहार को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया।
एसडीआरएफ की (SDRF) टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है। विभिन्न स्थानों से घटनाओं की सूचनाओं पर रेस्क्यू टीमों द्वारा तत्काल प्रतिवादन किया जा रहा है। यमकेश्वर ब्लॉक के मोहन चट्टी स्थित जोगियाना में भारी बारिश के चलते रिजॉर्ट में मलबा घुसने की सूचना पर एसडीआरएफ और स्थनीय प्रशासन मौके पहुंचा है। इस रिजॉर्ट में एक परिवार के 6 सदस्य ठहरे हुए थे। एसडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर 10 साल की बच्ची कीर्तिका वर्मा को रेस्क्यू किया है। लेकिन, परिवार के चार सदस्य अभी भी लापता हैं। जिसको लेकर एसडीआरएफ-पुलिस ने देर रात तक तलाशी अभियान चलाया,लेकिन इन लोगों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
आपको बता दें कि 13 अगस्त से क्षेत्र हो रही मूसलाधार बारिश से इस रिजॉर्ट में अचानक मलबा आ गया। जिसके चलते रिजॉर्ट में ठहरे हरियाणा स्थित कुरुक्षेत्र के सेक्टर-पांच निवासी परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए। गुमशुदा की पहचान कमल वर्मा (39),पत्नी निशा (37) पुत्र निर्मित,(11) मोंटी वर्मा (24) एवं एक अज्ञात के रूप में हुई है। एसडीआरएफ की टीम ने 10 साल की कृतिका वर्मा पुत्री कमल वर्मा को सकुशल रेस्क्यू कर लिया है। जबकि मोंटी वर्मा का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है।
कोटद्वार में खोह नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए गाड़ीघाट व झूला बस्ती में देर रात भीषण तबाही मचाई है। जिसमें 8 मकान नदी में समा गए। एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन लगातार इस क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है।
उत्त्तरकाशी के मोरी प्रखंड के आराकोट के दुचाणु के जल्ला डोगरी क्षेत्र में बदल फटने से भारी तबाही हुई है। इसमें 2 आवासीय भवन और 3 गौशालाओं को भारी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार ने लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की है। पर्यटकों को यात्रा पर अभी न आने के लिए कहा जा रहा है।