Paper Leak In Uttarakhand:उत्तराखंड पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा,लेखपाल-पटवारी भर्ती के अलावा तीन और भर्तियों के पेपर भी हुए लीक!

0
871

उत्तराखंड में लेखपाल-पटवारी भर्ती लीक में मामले में राज्य के लगभग 11,5071 परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। इनकी रात-दिन की मेहनत पर नकल माफियों ने पानी फेर दिया है। अब खबर यह भी आ रही हैं कि उत्तराखंड में लेखपाल-पटवारी भर्ती के अलावा तीन और भर्तियों के पेपर भी लीक हुए है। एसटीएफ की गिरफ्त में आए संजीव चतुर्वेदी ने खुलासा किया हैं कि वह उत्तराखंड लोकसेवा आयोग में रहकर सन् 2018 से भर्तियों में खेल करता आ रहा है। एसटीएफ की जांच में लेखपाल-पटवारी भर्ती के अलावा तीन अन्य भर्तियों के पेपर लीक कर बेचने की पुष्टि हो चुकी है।

लेखपाल-पटवारी भर्ती प्रकरण में एसटीएफ की गिरफ्त में आए संजीव चतुर्वेदी ने कई राज खोले है। जिसमें कई बड़ी मछलियों के फंसने की संकते भी मिल रहे है। सबसे चौकाने वाला खुलास तो यह हो रहा हैं कि संजीव ने केवल लेखपाल-पटवारी भर्ती के पेपर ही लीक नहीं किए। बल्कि वह यह काम पिछले चार साल यानी 2018 से भर्तियों में खेल करता आ रहा है।

संजीव चतुर्वेदी से कड़ी पूछताछ के बाद उसने एसटीएफ को बताया कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 2021 में कराई गई तीन भर्तियों जेई,एई और प्रवक्ता पद की भर्तियों के पेपर में लीक कराने में भी वह शामिल था। इसमें जई एवं प्रवक्ता के पेपर के लिए प्रति अभ्यार्थी 30 से 35 लाख रूपये और एई के पेपर के लिए प्रति अभ्यार्थी 50 लाख रूपये वसूले गए। जिसके बाद से इन भर्तियों के रद्द होने पर भी तलवार लटक गई है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा जो भी दोषी होगा  उनके विरुद्ध अविलंब कार्यवाही होगी

इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा हैं कि 8 जनवरी को लेखपाल परीक्षा हुई थी। जब पता चला कि इस तरह से पेपर आउट किया गया है तो stf ने जांच की और त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया  है। लोक सेवा आयोग ने भी त्वरित निर्णय लेते हुए परीक्षा को निरस्त कर दिया है तथा पुनः परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी है।

इस मामले में जो भी दोषी होगा उनके विरुद्ध अविलंब और कार्यवाही होगी! परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित की जाएगी। परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए शीघ्र ही हम सख्त कानून लेकर आ रहे हैं।