
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे में मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। माना जा रहा हैं कि आज सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है। उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान में बीच-बीच में कुछ दिक्कतें भी आ रही है। लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीमें लगातार इन दिक्कतों को दूर करते हुए आगे बढ़ रही है। इस बीच सिलक्यारा दिल्ली से वेल्डिंग विशेषज्ञ पहुंच गए है। जिसके बाद कुछ देर रूकने के बाद ड्रिलिंग का काम चल रहा है।

मौके पर मौजूद जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया दिल्ली से वेल्डिंग विशेषज्ञों की टीम अभी यहां पहुंच गई है। जिसके बाद कुछ देर रूकने के बाद ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है। यहां पर सभी मशीनें ठीक से काम कर रही हैं। हमने काफी दूरी पूरी कर ली है। बस कुछ ही देर में हम सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंच जाएंगे। हम सब को जल्द अच्छी खबर मिलेगी। कुछ दिक्कतें आ रही हैं लेकिन सभी के साथ सही से समन्वय बना कर कार्य हो रहा है। भारत सरकार और राज्य सरकार दोनों लगातार यहां पर नजर रख हुए है।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे में मजदूरों के सकुशल बाहर आने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सिलक्यारा में मौके पर 40 एंबुलेंस तैनात कर दी गई हैं। केंद्र और राज्य सरकार के सभी अधिकारी मौके पर मौजूद है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके पर मौजूद है,और राहत-बचाव कार्यों पर नज़र बनाए हुए है।
आपको बता दें की 12 नवंबर को उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था। जिसमें 41 मजदूर सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं। जिसके बाद से वहां पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। माना जा रहा हैं कि कभी भी सिल्कयारा से देश को अच्छी खबर मिल सकती है।

हंस फाउंडेशन की सिलक्यारा में फंसे श्रमिकों के लिए बड़ी पहल
सिलक्यारा सुरंग में पिछले कई घंटे से युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस सब के बीच हमेशा से सेवा के लिए समर्पित हंस फाउंडेशन ने माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के मार्गदर्शन में यहां कार्यरत टीमों,सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिवारों,बीआरओ,एसडीआरएफ,पुलिस-प्रशासन,मीडियाकर्मियों और विदेशी विशेषज्ञों की टीमों के लिए खाद्य सामाग्री की व्यवस्था कर भागीरथी सहयोग प्रदान किया है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे में मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने के लिए हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने कहा कि हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि बचाव अभियान जल्द से जल्द समाप्त हो और हमारे सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर आएं। इसी के साथ हंस फाउंडेशन के माध्यम से सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों और वहां कार्यकर्त सभी एजेंसियों के लिए जो भी मदद की आवश्यकता होगी। हम उसके लिए हमेशा तैयार है।

सिलक्यारा में मौके पर मौजूद एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया की सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू टीमों और तमाम दूसरे अधिकारियों,श्रमिकों के परिजनों के साथ-साथ मौजूद तमाम एजेंसियां के लोगों के लिए हंस फाउंडेशन के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीमों के सदस्यों,मजदूरों के परिजनों,पुलिस-प्रशासन एवं तमाम दूसरी टीमों को हंस फाउंडेशन के सहयोग से निरंतर खाद्य सामाग्री प्रदान की जा रही है। जिसके तहत सुबह नाश्ता,दोपहर और रात को भोजन प्रदान किया जा रहा है। जिसके यहां कार्यरत सभी लोगों मोरल अप है।
एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया की यहां पर बहुत ठंड है। इसे देखते हुए हंस फाउंडेशन की ओर से मजदूरों के लिए ट्रेक सूट,जूते,मोज़े,टोपी और जैकेट भी प्रदान किए गए है। इसके लिए हम पूज्य माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का आभार व्यक्त करते है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम धामी के माता मंगला जी का व्यक्त किया आभार
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर से फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने की पुरजोर कोशिश में जुटी टीमों के साथ रात-दिन ख़डे होकर मदद पहुंचाने के लिए हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आभार व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सुरंग में फंसे मजदूरों के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान की जानकारी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली थी।