राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शामिल हो चुके ‘‘सैन्यधाम’’ निमार्ण की कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए सैन्यधाम निमार्ण संबंधी उच्च स्तरीय समिति की बैठक आज मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में समिति के चेयरमैन एंव मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विभागीय मंत्री, द्वारा ली गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट, सैन्यधाम के निमार्ण को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही किए जाने संबंधी दिशा-निर्देश दिए।
सोमवार को सैन्यधाम निर्माण संबंधी उच्च स्तरीय समिति की बैठक मुख्यमंत्री जी जो कि इस समिति के चेयरमैन भी हैं, द्वारा ली गई। उनके द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिये कि सैन्यधाम के निर्माण हेतु सभी आवश्यक कार्यवाही जल्द पूर्ण की जाय। सैन्यधाम राज्य सरकार का ड्रीम प्रोजक्ट है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जो सैन्यधाम बनाया जायेगा, उसकी देश में एक अलग पहचान होगा। उत्तराखण्ड सैनिक बहुल राज्य है। हमारे अनेक सैनिकों ने युद्ध में वीरगति प्राप्त की है। उनके आंगन की मिट्टी सैन्यधाम में लाई जायेगी।
सीएम रावत ने सैन्यधाम के निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्यधाम का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण किये जाय। सैनिक कल्याण निदेशालय में एक सैन्यधाम सेल भी बनाया जायेगा। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री जी की घोषणानुसार राज्य में भव्य ‘‘सैन्यधाम‘‘ का निमार्ण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे सैन्य बाहुल्य प्रदेश में बनने जा रहा यह ‘‘सैन्यधाम’’ अपने आप में एक विशेष परियोजना के तहत निर्मित किया जाना प्रस्तावित है। चूंकि राज्य का हर पांचवा व्यक्ति भारतीय सेनाओं में सेवा प्रदान कर रहा है, इसलिए यह सैन्यधाम उत्तराखण्ड राज्य के जनमानस की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। इसलिए निर्णय लिया गया है कि सैन्य धाम में प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर आज तक के युद्धों में शहीद हुए प्रदेश के प्रत्येक शहीद सैनिक के घर के आंगन की मिट्टी को निर्माण स्थल पर लाकर स्मारक के निर्माण में प्रयोग किया जायेगा। ‘‘सैन्यधाम’’ को ना केवल ‘शहीद स्मारक‘ की तरह बल्कि एक आकर्षक एवं प्रेरणादायी पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित करने की योजना है। ताकि यह ‘‘सैन्यधाम’’ प्रदेश एवं देशभर के युवाओं भारतीय सेनाओं की वीर गाथाओं से परिचित करवाए तथा यहां पधारने वालों को देश सेवा करने लिए प्रेरित करने का माध्यम बने।
‘‘सैन्यधाम’’ में एक भव्य स्मारक के साथ-साथ म्यूजियम, बहादुरी पदक गैलरी, विभिन्न महत्वपूर्ण लड़ाइयों का विवरण तथा अन्य कई सेना से जुड़े साजो-सामान को भी प्रदर्शित किये जाने की योजना है। अभी बीते दिनों दिल्ली में मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिल कर सैन्यधाम के भूमि पूजन हेतु प्रधारने का आग्रह किया। उन्होंने शिलान्यास हेतु आने का वादा किया है। ‘‘सैन्यधाम’’ परिसर को आकर्षण का केन्द्र बनाने हेतु हमने उनसे सैनिक उपकरणों की भी मांग की है, जिसमें सेना के 02 टैंक,वायुसेना का 01 लड़ाकू विमान, नौसेना का एक छोटा वैसल, सेना की 02 आर्टिलरी तोपें, 02 एयर डिफेंस गन हैं।
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में सैन्यधाम परिसर में स्थापित किए जाने वाले सैन्य उपकरणों के स्थापित करने हेतु बेस तैयार करने तथा समस्त निमार्णों के लिए स्थान डिमार्केशन तथा चाहरदीवारी का कार्य किया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव एल.फैनई, सचिव सुशील कुमार, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव,एमडी पेयजल निगम उदयराज,एमडी उपनल ब्रिगेडियर (रिटा.) पी.पी.एस पहावा,निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर (रिटा.)के.बी.चन्द, समिति के सदस्य मेजर जनरल सम्मी अग्रवाल, कैप्टन चन्द्रवीर थापा, उत्तराखण्ड सब एरिया जी0ओ0सी के प्रतिनिधि कर्नल वैटरन एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।