तपोवन टनल के अंदर पाइप बिछाने का काम शुरू,पंप से निकाला जा रहा सुरंग से पानी,चमोली डीएम ने रेस्क्यू टीमों के साथ किया निरीक्षण

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चमोली के तपोवन में आई आपदा के 11वें दिन तपोवन सुरंग से मलबा हटाने का कार्य जारी है। इसी के साथ तपोवन टनल के अंदर पाइप बिछाने का काम शुरु हो गया है। साथ ही पंप से सुरंग से पानी निकाला जा रहा है।

चमोली डीएम स्वाति एस भदौरिया ने रेस्क्यू टीमों के साथ मौके का निरीक्षण कर लापता लोगों की अलग-अलग जगहों पर खोज करने के निर्देश दिए हैं। जिला अधिकारी ने रैणी में  चलाए जा रहे रेस्क्यू कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों व लापता लोगों के परिजनों से बातचीत कर, बताए गए स्थलों पर संबंधित अधिकारियों को 4 अलग-अलग साइट पर सर्च अभियान चलाने के दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदी किनारे पड़े मलवा में भी एप्रोच बनाकर सर्च करें।

साथ ही उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार एवं जिला प्रशासन इस विकट घड़ी में आपके साथ है। सरकार आप सभी की भावनाओ के दृष्टिगत हर संभव मदद करने में जुटी है। निरीक्षण के बाद जिला मजिस्ट्रेट प्रभावित क्षेत्र के गांवों में पहुंचे जहां उन्होंने मृतक एवं लापता लोगों के मुलाकात कर उनकी दर्द को साझा करते हुए, हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।

पुलिस,एसडीआरएफ,फायर सर्विस,एफएसएल रेस्क्यू, खोज, बचाव राहत एवं डीएनए सैम्पलिंग के कार्यों में लगी

उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता और पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून-व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने बताया की चमोली में आयी प्राकृतिक आपदा में स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, एफएसएल रेस्क्यू, खोज, बचाव राहत एवं डीएनए सैम्पलिंग के कार्यों में लगी हुई है।

प्राकृतिक आपदा में लापता कुल 204 लोगों में से 58 (चमोली- 48, रूद्रप्रयाग- 07, पौड़ी गढ़वाल- 01, टिहरी गढ़वाल- 02) के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये जा चुके हैं, जिनमें से 31 लोगों की शिनाख्त हो गई है और 27 लोगों की शिनाख्त नहीं हो पायी है। लापता समस्त लोगों के सम्बन्ध में कोतवाली जोशीमठ में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है। इसके साथ ही जनपद चमोली के विभिन्न स्थानों से ही 23 मानव अंग भी बरामद किये गये हैं। बरामद सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैम्पलिंग और संरक्षण के सभी मानदंडों का पालन कर सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर एवं सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त हेतु रखा गया था। श्री आयुष अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक, रूद्रप्रयाग के निर्देशन में अभी तक 56 परिजनों एवं 49 शवों के डीएनए सैंपल मिलान हेतु एफएसएल, देहरादून भेजे गए हैं। शवों को नियमानुसार डिस्पोजल हेतु गठित कमेटी द्वारा अभी तक 55 शवों एवं 20 मानव अंगों का पूरे धार्मिक रीति रिवाजों एवं सम्मान के साथ दाह संस्कार करा दिया गया है।

पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस की देखरेख में उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका नम्बर 0135-2712685 एवं मोबाइल नम्बर 9411112985 है। आपदा में लापता हुए लोगों की सूची एवं बरामद हुए शवों की पहचान हेतु अन्य राज्यों की पुलिस से भी लगातार पत्राचार किया गया है। शवों से मिले आभूषण, टैटू एवं अन्य पहचान चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर उन्हें सुरक्षित रखा जा रहा है। जनपद चमोली में स्थापित कन्ट्रोल रूम का नम्बर 01372-251487 एवं मोबाइल नम्बर 9084127503 है।