पूर्व सीएम हरीश रावत का भाजपा पर हमला कहा-केंद्र सरकार बाहुबल-धनबल से प्रजातंत्र को बता रही है धता

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उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राज्य की घोर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए गांधी जी की प्रतिमा के सामने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व मे एक दिवसीय मौन व्रत का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार बाहुबल तथा धनबल पर संसदीय प्रणाली व प्रजातंत्र को धता बताते हुए तीनों काले कानून पारित किए गए। आज देशभर में इन काले कानूनों के खिलाफ चारों ओर से आवाज उठ रही है। सरकार द्वारा अन्नदाता किसान की बात सुनना तो दूर, संसद में उनके नुमाईंदो की आवाज को दबाने तथा सड़क पर आन्दोलनरत किसानों की गाडी से कुचल कर हत्या की जा रही है।

उन्होंने कहा आज देशभर में भाजपा शासित राज्यों में अराजकता का माहौल व्याप्त है, देश का नौजवान और किसान अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर है तथा गरीब जनता भाजपा शासन में सबसे अधिक मायूस है। लखीमपुर खीरी में किसान विरोधी तीनों काले कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर मोदी सरकार के केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा गाडी चढाकर किसानों की जघन्य हत्याकाण्ड की घटना की प्रदेश महिला कांग्रेस कडे शब्दो में निन्दा करती हैं।

लखीमपुर खीरी में भाजपा ने जिस दमनकारी नीति का परिचय देते हुए शांतिपूर्ण आन्दोलन कर रहे किसानों को सत्ता के बल पर कुचलने का काम किया है उसने जलियावाला बाग हत्याकाण्ड की याद ताजा कर दी है। जिस प्रकार जलियावाला बाग हत्याकाण्ड में अंग्रेज शासकों के इशारे पर निहत्थे आन्दोलनकारियों पर गोलिया बरसाई गई ठीक उसी तर्ज पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे किसानों पर भाजपा सरकार के मंत्री के बेटे ने गाडी चढ़ा कर उनकी जान ले ली।

इस मुद्दे पर जब विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा तो विपक्षी दल के नेताओ को झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया तथा पीडितों से मिलने से भी रोका गया। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता प्रधानमंत्री मोदी तथा भाजपा की इस राज्य विरोधी नीति के लिए उसे कभी क्षमा नहीं करेंगे।

मौन व्रत के अंत में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रधानमंत्री के दौरे को सैरसपाटा बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दौरान राज्य को न तो किसी परियोजना की सौगात दी और न ही यहां के बेरोजगारों के लिए रोजगार देने की दिशा में कोई बात की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी असंवेदनहीनता को दर्शाते हुए लखीमपुर खीरी में मारे गये किसानों के प्रति संवेदना का एक शब्द तक नहीं कहा। उन्होंने कहा कि जिस स्वास्थ्य संस्थान के लिए ऑक्सीजन प्लांट को राष्ट्र को समर्पित तो किया परन्तु उस संस्थान में क्या-क्या परेशानियां हैं उसको जानने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि अच्छा होता यदि प्रधानमंत्री मोदी ऋषिकेश स्थित एम्स में मेडिकल सीट बढ़ाने की घोषणा करते तो पर्वतीय जनपदों में चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकता था। साथ ही भारत के सबसे बडे मृतप्रायःसंस्थान आई.डी.पी.एल.को पुर्नजीर्वित करने के लिए बजट की घोषणा करते तो यहां के हजारों हजार बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार के रास्ते खुलते, परन्तु प्रधानमंत्री ने अपने दौरे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा जिससे राज्य व राज्यवासियों की भलाई हो।

उन्होंने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार के साढे चार साल के शासन काल में समाज का हर वर्ग निराश है। मंहगाई, बेरोजगारी अपने चरम पर है। राज्य के मुख्य पर्यटन तीर्थाटन को राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। चार धाम के तीर्थ पुरोहित राज्य सरकार की नीतियों से आक्रोषित एवं आन्दोलित हैं। मोदी सरकार में देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षडयंत्र रचा जा रहा है। केंद्र की भाजपा सरकार तीन काले कृषि कानूनों के माध्यम से देश की ‘हरित क्रांति’ को हराने की साजिश कर रही है। देश के अन्नदाता व भाग्य विधाता किसान तथा खेत मजदूर की मेहनत को अपने प्रिय चंद पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखने का षडयंत्र किया जा रहा है।

कार्यक्रम को हीरा सिंह बिष्ट,महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी,पूर्व सांसद हरपाल साथी,सतपाल ब्रहमचारी,पूर्व विधायक राजकुमार, नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा,अर्जुन कुमार,यामीन अंसारी,पी.के.अग्रवाल,कै0 बलवीर सिंह,कमलेश रमन आदि ने भी संबोधित किया।