चारधाम यात्रा-अब देर रात तक हो पाएंगे बाबा के केदार के दर्शन,मंदिर समिति का बड़ा फैसला,कैबिनेट मंत्री डा.धन सिंह रावत और सुबोध उनियाल को चारधाम यात्रा के लिए बड़ी जिम्मेदारी

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उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा पर अब तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके है। भगवान केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे है। चारधाम यात्रा शुरू होने के पहले सप्ताह में चारधाम में लगभग 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसी के साथ अब तक चारधाम यात्रा के अब तक 10 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

चार धाम यात्रा पर लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सरकार और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने भगवान के दर्शन के नई व्यवस्था की है। जिसके तह्त श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बाबा केदार के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों की अवधि में पांच घंटे की बढ़ोत्तरी की है। नई व्यवस्था के अनुसार श्रद्धालु अब पहली पारी में सुबह चार से दोपहर बाद तीन बजे तक और दूसरी पारी में शाम चार से रात 10:30 बजे तक बाबा के दर्शन कर सकते हैं।

केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए भगवान केदरा के दर्शनों की अवधि पहली पारी में दो और दूसरी में तीन घंटे बढ़ा दी गई है। अब श्रद्धालु देर रात तक बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे। इसी के साथ लाइन में लग चुके श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर, मंदिर के कपाट तब तक खुले रखे जाएंगे,जब तक कि अंतिम श्रद्धालु दर्शन नहीं कर लेता।

बिनेट मंत्री डा.धन सिंह रावत और सुबोध उनियाल को चारधाम यात्रा के लिए बड़ी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा के दृष्टिगत, तीर्थ यात्रियों के आवागमन को सुगम और सुविधायुक्त बनाये जाने के लिये सभी व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण और अनुश्रवण के लिये कैबिनेट मंत्री डा.धन सिंह रावत को केदारनाथ धाम और सुबोध उनियाल को बद्रीनाथ धाम के लिये नामित किया गया है।

बुधवार को मुख्यमंत्री ने सचिवालय में बैठक में अधिकारियों को चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत किया जाए। शौचालयों में स्वच्छता सुनिश्चित की जाए। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित हो।

चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु किन-किन बातों का ध्यान रखें, इस बारे में पर्यटन और स्वास्थ्य विभाग विस्तृत गाईडलाईन जारी करें और इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें। उत्तराखण्ड में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक यहां से अच्छा संदेश लेकर जाएं,यह हम सभी का दायित्व है। चारधाम यात्रा के साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों पर व्यवस्थाओं की लगातार समीक्षा की जाए।