उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-हरक सिंह की बर्खास्ती के बहाने दलबदल करने वालों को बीजेपी का कड़ा संदेश

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विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड में दलबदल का सिलसिला लगातार जारी है। इस समय एक दूसरे दलों के नेताओं को अपने खेम में करने का शह-मात का खेल जोरों पर चल रहा है। हरक सिंह रावत और सरिता आर्य के एक दूसरे दल में आने-जाने और फिर बर्खास्ती के खेल को सभी ने देखा है।

इस पूरे घटना क्रम के बीच बीजेपी ने अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। क्योंकि बीजेपी यह कभी नहीं चाहेगी के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके गढ़ में कोई बड़ी सेंध लगाए। बीजेपी के सामने उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले विधायकों का पार्टी छोड़कर जाने का घटनाक्रम है। इस लिए बीजेपी अब फूक फूँककर कदम रख रही है।

हरक सिंह रावत प्रकरण के बाद उत्तराखंड में बीजेपी अब बहुत सर्तक हो चुकी है। इस का परिणाम हैं कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का सोमवार को बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत एर उजाडु ब्लद है और इस उजाडु ब्लद को हरीश रावत झेले। उन्होंने साफ किया कि पार्टी में जो भी व्यक्ति पार्टी लाइन से हटकर अनुशासनहीनता करेगा,उसके खिलाफ निश्चित तौर पर बड़ी कार्रवाई होगी।

इस सब के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी में कोई भी अनुशासनहीनता करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत पार्टी में टिकट पाने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे थे। जिसके लिए उनपर कार्रवाई की गई है। बीजेपी ने अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए बड़ा संदेश दिया है। क्योंकि पार्टी का सिद्धांत है एक परिवार एक टिकट।