आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों को सीएम धामी ने किया सम्मानित

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बिगवाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचकर ’’आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा हेतु संघर्ष करने एवं जेलों की यातनाएं सहने वाले लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में 27 लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोकतंत्र सेनानियों एवं उनके परिवारजनों का सम्मान करते हुए कहा कि वास्तव में लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने में स्वयं को गौरव एवं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा हेतु देश की जनता एवं युवाओं ने अद्भुत जोश व उमंग से कहा था कि सिंहासन खाली करो जनता आ रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष,त्याग एवं बलिदान एवं सतत् रूप से आपातकाल के खिलाफ लम्बे संघर्ष के परिणाम स्वरूप आज देश विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित हुआ है।

उन्होंने कहा कि जिस लोकतंत्र को लोकतंत्र सेनानियों ने स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,आज उस लोकतंत्र में कानून अपना काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र सेनानियों के सपनो का लोकतंत्र स्थापित है। ’’देश प्रथम, संगठन द्वितीय’’ के मूल मंत्र पर पार्टी एवं संगठन कार्य करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश को पारदर्शी व बेदाग सरकार देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं होगा और भ्रष्टाचारियों पर सख्ती से कार्यवाही की जायेंगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टचार करने वाले अधिकारी हो या कर्मचारी किसी भी बख्शा नहीं जायेगा। यदि कोई कार्मिक बेवजह काम अटकाता है और रिश्वत की मांग करता है तो उसकी शिकायत 1064 नम्बर पर दर्ज करायें। उन्होंने कहा कि शिकायत सही होनी चाहिए, प्रत्येक शिकायत पर कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों को सर्विलांस पर लगाने के साथ ही विभिन्न शिकायतों पर कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। शिकायत करने वाले व्यक्तियों का नाम गुप्त रखा जायेगा। सरकार सरलीकरण, समाधान, निस्तारण के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है। सरकार जनता के लिए जनता की साझेदार सरकार है। उन्होंने कहा कि अधिकारियो को प्रति कार्य दिवस में 10 बजे से 12 बजे तक अनिवार्य रूप से अपने-अपने दफतरों में उपस्थित रहकर जन-सुनवाई करने के निर्देश दिये गये हैं और कार्यालयों में समय से शत प्रतिशत उपस्थित हेतु सभी कार्यालयों में बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू कर दी गई है। समयबद्धता व पारदर्शिता से जनता के काम हों। उन्होंने कहा कि जनपदों में प्रवास के दौरान किसी भी शिकायत पर कार्यवाही हेतु कहीं भी जा सकते हैं।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा नेतृत्व हमारे पास है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने आठ साल के कार्यकाल में ऊर्जा, उत्साह एवं उमंग देने का कार्य किया है। देश में नई कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार विकसित हुई है और नई कार्य संस्कृति में शॉर्टकट कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश का मान-सम्मान एवं स्वाभिमान पूरी दुनिया में बढ रहा है। प्रधानमंत्री जी ने अन्त्योदय का सिद्धान्त देश-दुनिया तक पहुॅचाने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम जनधन योजना, उज्ज्वला गैस योजना, मुद्रा योजना सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से आम लोगो के जीवन में क्रान्तिकारी परिवर्तन किया है। पहले योजनाएं कुछ लोगों को देखकर बनती थीं परन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में योजनाएं सबके विकास के लिए बनती हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की अग्निवीर योजना आने वाले समय में पूरे देश में क्रान्तिकारी परिवर्तन होगा। पराक्रम में देश की सेना का अदम्य साहस और वीरता का इतिहास रहा है। उत्तराखण्ड के अन्दर अग्निवीरों की पुलिस, आपदा, चारधाम यात्रा सहित विभिन्न विभागों में प्राथमिकता के आधार पर सेवा में लेने का काम करेंगे।  
कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा, अरविन्द पाण्डे,जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना आदि द्वारा भी अपने-अपने विचार रखे गये।कार्यक्रम में मेयर रामपाल सिंह,पूर्व सांसद बलराज पासी,पूर्व विधायक डॉ.शैलेन्द्र मोहन सिंघल,राजेश शुक्ला,डॉ.प्रेम सिंह राणा,अध्यक्ष अनुसूचित जाति मुकेश कुमार,पूर्व दर्जा राज्यमंत्री सुरेश परिहार सहित भारत भूषण चुघ,खिलेन्द्र चौधरी, विकास शर्मा आदि उपस्थित थे।