मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सरकार ने कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर पर भी नियंत्रण किया और भविष्य में किसी अन्य लहर जिसकी विशेषज्ञ चिन्ता जता रहे हैं उसकी भी पूरी तैयारी है। उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का नतीजा है कि यहां पर बाहर से कठिन परिस्थितियों में लोग इलाज के लिए आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उतराखण्ड में डेथ रेट बढ़ने की अधिक वजह भी यही रही। 1 अप्रैल के बाद आक्सीजन सिलेण्डर,आइसीयू और वैंटिलेटर कई गुना बढ़ा दिए गए और आज नतीजा यह है कि प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो में भी आक्सीजन प्लांट लग गए हैं। ऋषिकेश और हल्द्वानी में 500 500 बेड के आधुनिक अस्पताल बन गए हैं। राज्य में सन्साधनो के लिए प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियो का भरपूर सहयोग मिला। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जिलों में होटल भी किराये पर लेने की योजना सरकार बना रही है जिससे तीमारदारों को भी दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में 66 प्रतिशत का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं 18 वर्ष से 45 वर्ष वालों का टीकाकरण चल रहा है। मुख्यमन्त्री ने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चो के लिए वात्सल्य योजना का अन्य राज्य भी अनुसरण कर रहे हैं। योजना में अब अधिक को लाभ पहुचाने के लिए संसोधन किया गया है। इसमें माँ अथवा पिता में एक के जाने के बाद भी बच्चे को योजना का लाभ मिलेगा। बिना कोविड के भी इस दौरान अनाथ होने वाले बच्चो को भी योजना का लाभ मिलेगा। यह पिछले कोविड काल से अब तक लागू रहेगा। अब तक ऐसे 556 बच्चो को चिन्हित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वह तथ्यों के आधार पर जल्दी ही हर विभाग में अब तक दिए गए रोजगार के आंकड़े रखेंगे दिसम्बर तक राज्य में हज़ारों युवाओ को रोजगार मिलेगा। इसकी कार्य योजना तैयार कर ली गई है।
इससे पहले बैठक के तृतीय सत्र में श्री अजय भट्ट के द्वारा राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसका समर्थन श्री नरेश बंसल व अनुमोदन श्री खजान दास द्वारा किया गया कार्यसमिति की आभासी बैठक में मुख्यमंत्री शुभारंभ से लेकर समापन तक प्रदेश मुख्यालय में उपस्थित रहे। वर्चुअल बैठक में प्रत्यक्ष रूप से प्रदेश कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी,कुलदीप कुमार,अजय भट्ट,नरेश बंसल,श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह,गणेश जोशी,सुबोध उनियाल,डॉ धन सिंह रावत,श्रीमती रेखा आर्य, खजान दास,डॉ देवेंद्र भसीन,कुसुम कंडवाल,पुनीत मित्तल,मनवीर सिंह चौहान,कौस्तुबा नंद जोशी,नीरू देवी,मधु भट्ट आदित्य चौहान,अनिल ग़ोयल,नवीन ठाकुर,विनोद सुयाल, विपिन कैंथोला,कमलेश उनियाल,शेखर वर्मा,सुनील सैनी मौजूद थे। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में जिलाध्यक्षों,जिला महामंत्री,जिलों में निवास करने वाले प्रदेश पदाधिकारी सहित सभी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों ने भाग लिया।