हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज राजकीय अतिथि के तौर पर पहुंचे असम,सीएम हिमंता बिस्वा सरमा से की शिष्टाचार भेंट

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हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी राजकीय अतिथि के तौर पर तीन दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे। जहां गुवाहाटी में गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सीमांत चेतना मंच पूर्वोत्तार के राष्ट्रीय सह-संयोजक प्रदीपन जी एवं तमाम समाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने पारंपरिक रूप में माता मंगला जी एवं भोले जी महाराज का स्वागत किया।

गुवाहाटी पहुंचे पर माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज को पारंपरिक असमिया गमछा उड़ाकर स्वागत किया। माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को भगवान बाबा केदारनाथ का काष्ठ कला से निर्मित मंदिर भेंट किया।

इस भेंट के दौरान माताश्री मंगला जी-श्री भोले जी महाराज जी एवं मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने असम में विभिन्न सेवाओं एवं हंस फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि परोपकारी संस्था हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज से मिलकर खुशी हुई। समाज सेवा क्षेत्र और समाज के समग्र कल्याण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर ज्ञानवर्धक चर्चा की। मैं असम की जनता की तरफ से असम में हंस फाउंडेशन द्वार प्रदान की जारी सेवाओं के लिए कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूं।

माताश्री मंगला जी मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा की आपने हमारा जो सेवा-सत्कार किया। इसके लिए हम आभारी है। हम असम के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर सेवा के कार्य कर रहे है। सेवा के पटल पर हम हमेशा असम के लोगों के साथ खड़े है।

असम दौरे के दूसरे दिन पूज्य माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने नीलाचल पर्वतीय क्षेत्र स्थित 51 शक्ति पीठों में से एक प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश एवं प्रदेश की खुशहाली,संपन्नता और सुख-समृद्धि की कामना की।

आपको बता दें की तीन दिवसीय असम यात्रा के दौरान शुक्रवार को माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज असम के उत्तरी लखीमपुर में होने वाले 1001 जोड़ों के सामूहिक विवाह संस्कार में शामिल होकर दाम्पत्य सूत्र में आबद्ध होने जा रहे इन जोड़ो को आशीर्वाद प्रदान करेंगे।