उत्तराखंड क्रान्ति दल अल्मोड़ा जनपद की सल्ट सीट पर होने वाले विधानसभा चुनाव को गंभीरता से लड़ेगा। पार्टी संसदीय बोर्ड़ के अध्यक्ष चन्द्रशेखर कापड़ी ने बताया कि उक्रांद ने सल्ट विधानसभा उपचुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वरिष्ठ कार्यकर्ता और समाजसेवी मोहन उपाध्याय को पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह सीट सुरेन्द्र जीना के असमय निधन होने से खाली हो गई थी।
पार्टी उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते हुये चन्द्रशेखर कापड़ी ने कहा कि एक राजनीतिक दल होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि चुनाव में भागीदारी कर जनता के सवालों को संबोधित करें। यह चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब सत्तारूढ भाजपा राज्य में अपनी सत्ता को बचाने के लिये हर स्तर पर जनविरोधी फैसले ले रही है। मुख्यमंत्री बदलकर जहां भाजपा अपने चार साल के कार्यकाल की नाकामियों को छुपाने की कोशिश कर रही थी, वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री ने अपने बयानों से साबित कर दिया है कि भाजपा राज्य की सत्ता नासमझ लोगों के हाथों में सौंपती जा रही है। भाजपा ने अपने कार्यकाल में जिस तरह के फैसले लिये हैं उससे जनता में भारी रोष है।
उत्तराखंड में बढ़ती बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क के अलावा जो मूलभूत सवाल हैं उन्हें सरकार हाशियें पर धकेल रही है। पिछले दिनों सरकार ने जिस तरह गैरसैंण में सड़क की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर लाठीचार्ज किया वह शर्मनाक था। गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के बजाय वह उसे कमिश्नरी बनाने जैसा तुगलगी फैसला लेती है। उपनल के कर्मचारी सड़क पर बैठे हैं। बेरोजगारों के सामने रोटी का संकट खड़ा है। महिलायें इलाज के बिना प्रवस पीडा़ के कारण सड़क पर मर रही हैं। सरकार ने अपने इस कार्यकाल में भूमि कानून में संशोधन कर जिस तरह पूरे पहाड़ को बेचने का रास्ता तैयार किया है उसने हमारे सामने अपना अस्तित्व बचाने का संकट पैदा हो गया है।
श्री कापड़ी ने कहा कि ऐसे समय में राज्य में एक बड़ी राजनीतिक समझ के साथ सभी क्षेत्राीय राजनीतिक पार्टियों और आंदोलनकारी संगठनों को एक साथ मिलकर भाजपा-कांग्रेस की बीस साल की लूट की राजनीति के खिलाफ खड़ा होना चाहिये। उक्रांद सल्ट विधानसभा के बहाने समान विचारधारा वाले सभी पार्टियों और संगठनों से अपील करता है कि उक्रांद उम्मीदार मोहन उपाध्याय को संयुक्त उम्मीदवार के रूप में समर्थन करें। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, उत्तराखंड लोकवाहिनी, महिला मंच, माले जैसे संगठन अगर मिलकर इस चुनाव को लड़ेंगे तो निश्चित रूप से हम राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में बढ़ सकते हैं। सल्ट विधानसभा उपचुनाव में अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरे राज्य में समान विचार वाले दल भाजपा-कांग्रेस को सत्ता से हटाने में कामयाब हो सकते हैं। श्री कापड़ी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेता इस संबंध में सभी पार्टियों से बातचीत कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह बातचीत सकारात्मक होगी। सल्ट में जिस तरह कार्यकर्ताओं ने इस उपचुनाव को लड़ने का मन बनाया है वह सभी राजनीतिक दलों को चैंकायेगा।