‘राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान’ का नाम अब होगा ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान’,खेल जगत ने किया स्वागत

0
1709

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान,खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा। प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी कि मेजर ध्यान चंद के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार के नाम पर मुझे भारत भर के नागरिकों से कई अनुरोध मिल रहे हैं। मैं उन्हें उनके विचारों के लिए धन्यवाद देता हूँ। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा!

मेजर ध्यानचंद ने भारतीय हॉकी को पूरी दुनिया में मशहूर किया। ओलंपिक में भारत को कई गोल्ड मेडल दिलाने वाले इस खिलाड़ी के हॉकी स्टिक को मैगनेट का माना जाता था। ऐसा कहा जाता था कि अगर एक बार गेंद उनके पास चली आए तो वह स्टिक से चुंबक की तरह से चिपक जाती है और किसी भी विरोधी का इसे छीन पाना नामुमकिन जैसा हो  जाता था। 

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का खेल जगत ने स्वागत किया है।

गृहमंत्री अमित शाह ने  भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने पर कहा कि देश के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘खेल रत्न अवार्ड’ को देश के महानतम खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर रखना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। यह खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति के लिए एक गर्व का निर्णय है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सभी देशवासियों की ओर से अभिनंदन करता हूँ।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ देश के हर खिलाड़ी को हॉकी के जादूगर ध्यानचंद जी के राष्ट्र के प्रति समर्पण, उसका मान बढ़ाने के उनके संकल्प और उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियों से प्रेरित कर विश्व खेल जगत में तिरंगे को और शिखर तक ले जाएगा।

मेजर ध्यानचंद ने भारत को दुनिया में अलग पहचान दिलाई। ध्यानचंद को महानतम हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। हॉकी के इस जादूगर ने अपने 1926 से 1949 तक के करियर के दौरान 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक का शीर्ष खिताब हासिल किया था। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में 29 अगस्त को देश का राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाता है,और अब भारत सरकार ने उनको सबसे बड़ा सम्मान देते हुए उनके नाम पर खेल का सबसे बड़ा सम्मान का नाम रखने की घोषणा की है। खेल रत्न अवार्ड खेल की दुनिया में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। इसका नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड है जिसे अब बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड किया जाएगा। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को ध्यानचंद के नाम पर करने का खेल जगत ने किया स्वागत किया जा रहा है।