समाजसेवी मोहन काला उत्तराखंड क्रांति दल में हुए शामिल,राजनैतिक पटल नई भूमिका में आएंगे नजर

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मोहन काला उस व्यक्ति का नाम हैं जिसने रात-दिन मेहनत कर पहाड़ के मानस पटल पर संघर्ष की नयी गाथा ही नहीं उकेरी बल्कि विश्व के मानचित्र पर पहाड़ का नाम रोशन भी किया हैं। 1957 को पौड़ी गढ़वाल के सुमाड़ी गांव में जन्में मोहन काला का नाम उन समाज सेवियों में पहली लीक में लिया जाता हैं। जिन्होंने देश में सेवा  की नयी परिभाष गढ़ी है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 श्रीनगर विधान सभा से निर्दलीय प्रत्याशी तौर पर चुनाव लड़ चुके समाज सेवी मोहन काला लोक पर्व मकर संक्रांति के मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल में शामिल हो गए।  

समाज सेवी,उद्योगपति एवं पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट  मोहन काला उत्तराखंड क्रांति दल के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में विधिवत रूप से शामिल हुए। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने श्री काला का माला पहनाकर स्वागत किया। इसी के साथ उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह पंवार, बी डी रतूड़ी, एस एस पांगती, पी सी थपलियाल, लताफत हुसैन, जय प्रकाश उपाध्याय, गीता बिष्ट, प्रमिला रावत, राजेन्द्र बिष्ट सहित पार्टि अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मोहन काला का फूल-मालाओं से गर्मजोशी के साथ पार्टी में स्वागत किया।

इस मौके पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहां सामाजिक पटल पर निरंतर अपने सेवाएं दे रहे मोहन काला जी का उत्तराखंड क्रांति दल में हार्दिक स्वागत है। श्री काला जी का दल में आना शुभ संकेत है, काला का आना पार्टी को और मजबूती मिलेगी,जो पार्टी को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। श्री भट्ट ने कहा कि मोहन काला जी पिछले कई वर्षो से श्रीनगर विधानसभा के साथ-साथ उत्तराखंड में सामाजिक स्तर पर निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे है। उनकी सेवाओं का फलक बहुत विशाल है। हमें हर्ष हैं कि इतने विशाल फलक का व्यक्तित्व आज हमारे दल में शामलि हुआ है। जो दल को मजबूत तो करेगा ही साथ ही कांग्रेस-बीजेपी की उस लीक को भी तोड़ेगा जो इन्होंने बारी-बारी से राज्य को लूटने के लिए बनाया है। श्री भट्ट ने कहा की आने वाले कुछ समय ऐसे ही बड़ी संख्या में और भी हस्तियां उक्रांद में शामिल होंगे।

उक्रांद में शामिल होने के बाद समाज सेवी मोहन काला ने मंच पर मौजूद सभी प्रबुद्धजनों का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात हैं कि मैं आज उस दल का हिस्सा बना हूं। जिसने इस राज्य के निर्माण राज्‍य आंदोलन में अहम भूमिका निभाई। लेकिन कांग्रेस-बीजेपी ने अपने राजनैतिक अपेक्षाओं के लिए इस राज्य को हमेशा हाशिए पर धकेला। श्री काला ने कहा कि मेरा उत्तराखंड क्रांति दल से जुड़ना क्षेत्रीय भावना को मजबूत करना है। राज्य बने 20 वर्ष हो चुके हैं,लेकिन आज भी हमारे लोगों को हर तौर पर बदहाली से लड़ना पड़ रहा है। रोजगार,पलायन और स्वास्थ्य-शिक्षा के क्षेत्र में हम लगातार पिछड़ रहे है। लेकिन यह बनने वाली सरकारे फिर भी बड़े-बड़े कागजी आकंड़े पेश कर लोगों को भ्रमित करती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

श्री काला ने कहा कि जिस परिकल्पना के साथ इस राज्य का गठन हुआ था। आज उन स्वप्नों को पूरा करने का अवसर है। उक्रांद से जुड़ने की मेरे भावनाएं यहीं हैं कि उन शहीदों के स्वप्नों का राज्य बनाना है, अब उक्रांद का कारवां बढ़ता रहेगा, उक्रांद ने राज्य निर्माण में मुख्य भूमिका निभायी है, अब हम सब मिलकर राज्य को सवारने का काम करेंगा।

उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह पंवार मोहन काला का दल में स्वागत करते हुए कहा कि श्री काला जी उत्तराखंड क्रांति दल को मजबूती प्रदान करते हुये दल में अग्रणीय भूमिका निभाएंगे। श्री काला को बधाई देते हुए  बी डी रतूड़ी ने कहा कि काला जैसी शख्सियत का दल में शामिल होना निश्चित तौर पर बहुत ही महत्वपूर्ण संकेत है। मैं उम्मीद करता हूं की हम सब मिलकर उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव में एक नयी भूमिका के साथ राज्य के विकास के लिए खड़े होंगे।  

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक, प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट,पी सी थपलियाल ने दल में मोहन काला का स्वागत किया। इस मौके पर जय प्रकाश उपाध्याय, लताफत हुसैन, बहादुर सिंह रावत, एन के गुसाई,कुंदन बिष्ट, समीर मुंडेपी, रेखा मिंया, राजेश्वरी रावत, चंद्रा सुंदरियाल, मिनांक्षी सिंह, अंजू, प्रताप कुँवर, उत्तम रावत, धर्मेंद्र कठैत, बिजेंद्र रावत, राजेन्द्र प्रधान, रूबी खान, राज मोहनी, किरन शाह, ब्रजमोहन सजवाण, श्याम सिंह रमोला, सीमा रावत, संजय बहुगुणा, शिव प्रसाद सेमवाल, शकुंतला रावत, हेमंत नेगी, मनमोहन पंत, विनोद बहुगुणा, सोमेश बुडाकोटी, पंकज पैन्यूली, दीपक रावत, मनोज ममगाईं, अरबिंद बिष्ट, गणेश काला, अनिल डोभाल, आनंद सिलमाना, नवीन भदूला, देवेंद्र रावत, रविन्द्र ममगाईं, लक्ष्मी कांत, ललिता बिष्ट, अमित वर्मा, राकेश नाथ, राजीब देशवाल,अर्जुन देशवाल,अनिल डोभाल,ललित कुमार,सुमन राणा आदि थे।