Tag: UTTARAKHAND CULTURE
टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना के जोगियड़ा गांव में धूमधाम...
पहाड़ की लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बचाना है तो अगली पीढ़ी को हमें ही प्रेरित करना होगा। यह कहना है 82 साल...
केदारघाटी के देवर गांव में लोकमंगल के लिए 20 नवम्बर से...
केदारघाटी के सैन्य बहुल देवर गांव में 20 नवम्बर से पांडव नृत्य का अनुष्ठान शुरू होगा। देवर गांव में पारंपरिक रूप से आयोजित होने...
उत्तराखंडी संस्कृति में सरोला के हाथ के बनाए ‘दाल-भात’ की परम्परा
‘मवार आदम भात खाण छवटा’ बड़ा भात खाण कि आवाज अब कम सुणेंदी पहाड़ गौं म ये शब्द उस समय के थे जब कार्यक्रमों...
तितली,मधुमक्खी सा हो जीवन,कोई प्रतियोगिता नहीं,पूरा परफेक्शन
आजकल रोज़ 11 बजे वाली नरम कड़क धूप में बरामदे में बैठकर नाश्ता करती हूँ। घर के अंदर जुराबों की गर्माहट में तसल्ली महसूस...
उत्तराखंड में ढोल का कब प्रवेश हुआ ?
ढोल भारत का अवनद्ध वाद्यों में एक महत्वपूर्ण वाद्य है। ढोल हमारे समाज में इतना घुल गया है कि आप किसी भी पुस्तक को पढ़ें तो लिखा...