उत्तराखंड का तीन दिन का विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन वंदे मातरम के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। कोरोना संक्रमित होने के कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्चुअल माध्यम से सत्र से जुड़े। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना और चार पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद संसदीय मंत्री के दायित्व में मदन कौशिक ने श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा सत्र की कार्रवाई में वर्चुअल प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना, पूर्व विधायक के सी पुनेठा, सुन्दरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी और तेजपाल सिंह पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था। उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुखी हैं।
मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे बहुत जुझारू व सहनशील व्यक्तित्व के थे।
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2002-03 में एक आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी तो मैखुरी जी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा।
पूर्व विधायक स्वर्गीय सुन्दरलाल मंद्रवाल जी विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व थे। वे सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे। उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया।
आपको बता दें कि आज सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के विधायकों समेत कर्मचारियों ने योग किया। पतंजलि योगीपीठ की ओर से योगाचार्य द्वारा यह योग शिविर आयोजित किया गया था। इस दौरान आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे।