उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में हुई हार के बाद से कांग्रेस में आए संकट हल होता हुआ नहीं दिख रहा है। राज्य में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस के अंदर ही घमासान मचा हुआ है। उत्तराखंड कांग्रेस में नेताओं का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हरीश रावत,गणेश गोदियाल,रणजीत रावत और प्रीतम सिंह के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पैसे लेकर टिकट देने,भितरघात कर एक-दूसरे को हराने के आरोप लगाते हुए कांग्रेस में लगातार घमासान मचा हुआ है।
इस सब के बीच मंगलवार को उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा हैं कि प्रदेश में हुये विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आज मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैं परिणाम के दिन ही इस्तीफा देना चाहता था। पर हाईकमान के आदेश की प्रतिक्षा पर रुका था। आज दिल्ली पंहुच कर जैसे ही यह अवगत हुआ कि अन्य वह सभी राज्यों के जबावदेह पदाधिकारी,जहां चुनावों में आशातीत सफलता नहीं मिली,अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। मैंने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैं कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर संघर्ष करता रहूंगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों का इस्तीफा मांगा था। जिसके बाद उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया है।