
गुरुवार को उत्तराखंड में हुए निकाय चुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण समाप्त हो गया है। उत्तराखंड निकाय चुनाव में मतदान प्रतिशत की बात करें तो यह 66 प्रतिशत रहा। प्रदेश की 11 नगर निगम,43 नगर पालिका और 46 नगर पंचायतों में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया था। जो शाम 5 बजे तक चला। जो भी वोटर शाम 5 बजे से पहले लाइन में लगे थे। उन्होंने शाम करीब 7 बजे तक मतदान किया। शाम को चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में कुल वोट प्रतिशत 65.03 फीसदी के करीब निकलकर सामने आया।

भारतीय जनता पार्टी ने निकाय चुनाव मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने और शांतिपूर्ण मतदान के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दावा किया कि शहरी क्षेत्रों में विकास की गाड़ी में ट्रिपल इंजन लगाने के लिए,जनता ने भाजपा को आशीर्वाद दिया है। विपक्ष के तमाम आरोप और दावे निराधार और खोखले हैं,उनका सूपड़ा साफ होना तय है।
उन्होंने निकाय चुनाव मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से सम्पन कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग समेत पुलिस प्रशासन की सराहना की है। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा,पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य के सभी 100 निकायों में महापौर,अध्यक्ष,पार्षद,सभासद,वार्ड सदस्य उम्मीदवारों के पक्ष में शानदार कार्य किया है। तय रणनीति अनुसार बूथ स्तर पर मतदाताओं को कमल निशान पर मुहर लगवाकर आशीर्वाद लेने में हम सफल हुए है।
मतदान प्रक्रिया को लेकर जिस तरह के फीड बैक हमे प्राप्त हो रहे हैं,वह पार्टी के लिए बेहद उत्साहवर्धक हैं। सर्वाधिक महत्वपूर्ण है कि विकास के मुद्दे को हम चुनाव के केंद्र बिंदु बनाने में सफल रहे हैं। यही वजह है कि अपने अपने क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढ़ाने के आकांक्षी होकर मतदाताओं ने पीएम मोदी और सीएम धामी के ट्रैक रिकॉर्ड पर वोट किया है। हम अब विश्वासपूर्वक कह सकते हैं कि जनता ने विकसित, हरित, समृद्ध और सुरक्षित निकायों के लिए कमल थामने वाले उम्मीदवारों को चुना है। विपक्षियों ने तुष्टिकरण के नाम पर वोट बटोरने की लाख कोशिशें की,लेकिन देवभूमि की जनता ने उनके इन इरादों को पुनःध्वस्त किया है।
श्री भट्ट ने मतदान को लेकर कांग्रेस के आरोपों को उनकी संभावित हार की खीज बताया है। उन्होंने कहा कि चुनाव की घोषणा से पहले से ही कांग्रेस इस तरह का नकारात्मक रूप अपना रहती थी। क्योंकि पहले दिन से ही स्पष्ट था कि जनता भाजपा के साथ है,लिहाजा झूठ और अफवाह फैलाकर मतदाताओं को भ्रमित करने के प्रयासों में जुटी थी। धीरे धीर उसमें भी सफलता हासिल नहीं होते देख,तुष्टिकरण और माहौल खराब करने वाले बयानों पर उतर आई थी। लेकिन अंतोगत्वा मतदान दिवस का रुख देखते तस्वीर बिलकुल स्पष्ट हो गई है,यही वजह है कि हार की बौखलाहट में वह ऐसे बयान दे रही है। ताकि नतीजों के दिन सामने आने वाली अपनी करारी हार के लिए अभी से भूमिका बनाई जाए।
अभी तो प्रदेशवासी,मतगणना प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस के झूठे आरोपों के लिए भी तैयार है। लिहाजा झूठ,बहानेबाजी,आरोपों से अब कुछ नहीं होने वाला है,निकायों से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने वाला है।