चिपको आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा को ‘हमारी महिला टोली’ संस्था ने वेबिनार के माध्यम से दी श्रद्धाजंलि

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मशहूर पर्यावरणविद और वृक्षमित्र के नाम से मशहूर चिपको आंदोलन के प्रणेता रहे सुंदरलाल बहुगुणा को दिल्ली में ‘हमारी महिला टोली’,‘दिल्ली  स्वराज की ओर’ संस्था एवं आवाज़ चैनल के तत्ववाधान में दिल्ली के महरौली में वेबिनार के माध्यम से श्रद्धाजंलि दी गई है।

इस मौके पर ‘देवभूमि उद्यान समिति’, ‘नवोद्यान समिति’,’सरदार भगत सिंह पार्क समिति’, ‘मिशन सौ करोड़’, ’मां नंदा देवी डोली यात्रा समिति’, ‘बिहारी वेलफेयर समिति’ एवं  नेचुरोपैथी,वास्तु एवं ज्योतिष में सिद्धहस्त भूपेंद्र भारती,उत्तराखंड समाज के प्रमुख समाज सेवी अनिल पंत,प्रताप थलवाल,सोहन रावत,भाजपा,दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिल कंडारी, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री श्रीचन्द खामरा,देवभूमि उद्यान समिति के पीयूष जी,अजमेर जी विश्राम( छत्तरपुर ), श्री पटवाल,श्री पितांबर,श्री रमेश राजन,आशीष श्रीवास्तव आदि उपस्थिति लोगों ने पर्यावरणविद और वृक्षमित्र सुंदरलाल बहुगुणा जी को श्रद्धाजंलि दी।

चिपको आंदोलन के प्रणेता प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सामाजिक कार्यकर्ता सुंदरलाल बहुगुणा को वेबिनार के जरिए श्रद्धाजंलि देते हुए वक्ताओं ने कहां कि सुंदरलाल बहुगुणा सिर्फ देश नहीं बल्कि दुनिया में प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के बड़े प्रतीक में शुमार थे। उन्होंने न सिर्फ 1972 में चिपको आंदोलन को धार दी। साथ ही देश-दुनिया को वनों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। परिणामस्वरूप चिपको आंदोलन की गूंज समूची दुनिया में सुनाई पड़ी। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी बहुगुणा का नदियों, वनों व प्रकृति से बेहद गहरा जुड़ाव था। वह पारिस्थितिकी को सबसे बड़ी आर्थिकी मानते थे। यही वजह भी है कि वह उत्तराखंड में बिजली की जरूरत पूरी करने के लिए छोटी-छोटी परियोजनाओं के पक्षधर थे। इसी लिए वह टिहरी बांध जैसी बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं थे। इसे लेकर उन्होंने वृहद आंदोलन शुरू कर अलख जगाई थी।

इस अवसर पर महिला टोली की अध्यक्षा ज्योति डंगवाल ने पर्यावरणविद् सामाजिक कार्यकर्ता सुंदरलाल बहुगुणा जी को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। इस मौके पर मानसी बिष्ट ने सामाजिक जीवन में महिलाओं को किस प्रकार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन अभियानों में हमें किस प्रकार प्रकार की परेशानियों से जूझना पड़ता इस विषय पर भी अपने विचार रखे। वेबिनार में अंत में बहुगुणा जी के संपर्क में रहे एवं उनके विचारों को आगे ले जाने वाले एवं भारतवर्ष में पर्यावरण के लिए अलख जगाने वाले डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार पटेल ने स्वर्गीय बहुगुणा को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए उनके जीवन परिवेश,संघर्ष और पर्यावरण के प्रति उनके अथा प्रेम पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

‘हमारी महिला टोली’ के संरक्षक महेंद्र मनचंदा,टोली की बहनें योगाचार्य संगीता श्रीवास्तव,एडवोकेट प्रियंका सिंह,समाजसेवी सविता एवं नेपाल व भारतवर्ष के पांच प्रांतों से पर्यावरण प्रेमियों ने इस वेबिनार में शामिल होकर पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस वेबिनार का संचालन योगेश्वर सिंह बिष्ट ने किया एवं तकनीकि पक्ष मानिक जी ने अह्म भूमिका निभाई।

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  1. निश्चित ही प्रकृति पर्यावरण वन और नदी पशु पक्षी सभी के हित चिंतक और पर्यावरण संरक्षण के अलख जगाने वाले आदरणीय स्वर्गीय श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी का जीवन परिचय छात्रों के लिए अनुकरणीय रहेगा यदि पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए आज पर्यावरण की समस्या एक वैश्विक समस्या है

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