Kanpur Ghatampur Accident:कानपुर हादसे पर राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री ने जताया दुख,सीएम योगी पहुंचे कोरथा गांव,हर संभव मदद का दिया भरोसा

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उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर से हुए दर्दनाक हादसे 26  श्रद्धालुओं की मौत की खबर के बाद से पूर प्रदेश में शोक की लहर है। घाटमपुर के कोरथा गांव में मातम का महौल है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाटमपुर सड़क  हादसे में हुई लोगों की मौत पर दु­ख जताया और उनके परिजनों के लिए राहत कोष से मदद दिए जाने की घोषणा की। पीएम राहत कोष से हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिजन को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घाटमपुर ट्रैक्टर-ट्राली हादसे में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, “कानपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने की दुर्घटना से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपनों को खोया है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना है। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजन को पीएमएनआरएफ से दो लाख की सहायता राशि व घायलों को 50 हजार दिए जाएंगे।”

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना बलरामपुर दौरा रद करके कानपुर पहुंच गए हैं। कानपुर में मुख्यमंत्री योगी एलएलआर असप्ताल में घायलों से मिले। उन्होंने डॉक्टरों को दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने इमरजेंसी में पहुंचकर घायलों से मिलकर हाल चाल जाना,सभी खतरे से बाहर हैं। कल 26 जान घटना में गई,उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने जा रही है,जनप्रतिनिधि शोक संतप्त परिवार के साथ अपना योगदान दे रहे हैं।

दूसरी दुखद घटना आज सुबह 3 बजे भी हुई है,विन्धयाचल धाम की ओर प्रस्थान कर रहे श्रद्धालुओ के डंपर पर ट्रक ने पीछे से मौत हुई,ट्रक ने पीछे से टक्कर मारी,इस घटना में भी 5 मौतें हुई है,9 घायल हुए,उनका भी इलाज यहीं हो रहा है,अस्पताल की टीम पूरे से इलाज में लगी है। जिन परिवारों ने अपने परिजनों को खोया है,उनके साथ संवेदना जताने के लिए ही मैं और विधानसभा अध्यक्ष जी यहां पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके बाद कोरथा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर जागरूकता के कार्यक्रम चलाए हैं,कल की दुखद घटना के लिए राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,गृहमंत्री सभी ने अपनी सम्वेदनाएँ व्यक्त की है। प्रधानमंत्री राहत कोष से भी अनुग्रह राशि और मुख्यमंत्री कोष से भी अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है,अंतिम संस्कार के बाद यह राशि पीड़ितों को प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा मैंने आज भी और कल भी परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए है,ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रक का इस्तेमाल समान ढुलाई और कृषि के लिए बने हैं,सवारी के लिए इसे नहीं करना होगा,इसके लिए हम जागरूकता और जनसहभागिता के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ाएंगे।

सड़क दुघर्टना रोकने के लिए मैने गृह विभाग, परिवहन विभाग सभी विभागों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा घटना बहुत दुखद होती है केंद्र व राज्य सरकार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं,लेकिन जागरूकता भी हमको अपनाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों से अपील की है कि वे टैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों एवं माल ढुलाई के लिए ही करें, इससे सवारियों की ढुलाई कदापि न करें। 

मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है। उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने हादसे के बाद तत्काल कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, आईटी मिनिस्टर अजीत पाल को मौके पर भेजा था। मंत्री राकेश सचान ने मौके पर घायलों का हाल जाना। मामले में कमिश्नर डा. राज शेखर ने बताया कि हादसे की समीक्षा की जाएगी। अगर कोई प्रशासनिक लापरवाही सामने आएगी तो कड़ी कार्रवाई होगी।

कानपुर के घाटमपुर के साड़ थाना क्षेत्र में हुए भीषण हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एडीजी भानु भाष्कर ने साड़ थाना प्रभारी आनंद कुमार पांडेय समेत 4 PRV जवानों को लापरवाही के चलते तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। स्थानीय लोगों द्वारा आरोप है कि पुलिस को सूचना देने के बाद स्थानीय पुलिस थाने का कोई पुलिसकर्मी सही समय पर घटना स्थल नही पहुंचा था, जिसके मद्देनजर पुलिस कर्मियों पर ये कार्रवाई की गई है।