पंचतत्व में विलीन हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ बिपिन रावत,बिटियों ने दी मुखाग्नि,देश ने कहा,‘जब तक सूरज चांद रहेगा,बिपिन जी का नाम रहेगा’

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देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत पंचतत्व में विलीन हो गए। सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी को उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी। यही नहीं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के शव एक साथ ही चिता पर रखे गए।

जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा…के नारों के साथ 17 तोपों की सलामी की गूंज के बीच देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत पंचतत्व में विलीन हो गए। जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर ले जाया गया। यहां करीब शाम 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान 800 जवान यहां मौजूद रहे। इसी के साथ उत्तराखंड से आए जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई का परिवार,मधुलिका रावत के परिवार के लोग भी मौजूद थे।

सीडीएस बिपिन रावत के आधि‍कारिक निवास कामराज मार्ग से दोपहर दो बजे अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। जो पूरी यात्रा में पुष्पवर्षा करते हुए,नम आंखों से अपने वीर सैनिक की वीरता पर गर्व करते हुए चलते रहे है। इस मौके पर बड़ी संख्या में सैनिकों के परिवार,राजनीतिक हस्तियां,कई देशों के सेनाध्यक्ष और राजनियक भी मौजूद थे।

आपको बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा,8 दिसंबर बुधवार को MI-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी। दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह,नायक जितेंद्र कुमार,लांस नायक विवेक कुमार,लांस नायक साई तेजा,हवलदार सतपाल, विंग कमांडर पी एस चौहान,स्क्वाड्रन लीडर के सिंह,जेडब्ल्यूओ दास और जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए शामिल हैं।