चमोली के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और जनपद के पहले संपादक स्व रामप्रसाद बहुगुणा का जन्म दिवस के शताब्दी वर्षगांठ को बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। उनके जन्मदिवस पर नदप्रयाग में स्मारक में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। नंदप्रयाग सभागार में गोष्ठी का आयोजन कर उनको याद किया गया। वही नगर पंचायत नंदप्रयाग के और उनके के सोवें जन्मदिवस पर नगर पंचायत नन्द प्रयाग कि ओर से पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया।
आपको बता दें की 20 दिसंबर 1920 को नन्दप्रयाग की पावन भूमि पर जन्मे विलक्षण पत्रकार और संपादक राम प्रसाद बहुगुणा के पिता का नाम श्री गोपाल दत बहुगुणा और उनकी माता नाम श्रीमती राघवी देवी था। डेढ़ वर्ष की आयु में ही उनकी माता चल बसी और 14 वर्ष की उम्र में उनके सिर से पिता का साया भी उठ गया तब मात्र 14 वर्ष की उम्र में ही अपने चाचा गढ़ केसरी अनुसूया प्रसाद बहुगुणा के पद चिन्हों पर चलते हुए उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने का निर्णय ले लिया।
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को धार देने के लिए वह तब अनेक पत्र-पत्रिकाओं में लिखने लगे उनके लेखों में देशभक्ति का और भारत की स्वतंत्रता का उन्माद बरसता था वे उत्तर भारत आदि में भी पत्रकारिता करते थे,लेकिन उस समय की अपर गढ़वाल याने आज के चमोली जिले से कोई पत्र प्रकाशित नहीं होता था। इसलिए उन्होंने हस्तलिखित समाज नामक समाचार पत्र शुरू किया जिसे वे उस समय के कम पढ़े लिखे लोगों के बीच बांटते भी थे और बात कर सुनाते भी थे।
1953 में अपर गढ़वाल में देवभूमि नाम से उन्होंने अपना समाचार पत्र शुरू किया नंदप्रयाग में प्रेस स्थापित की और बहुत कड़ी मेहनत और आर्थिक तंगी के बावजूद वे निरंतरता के साथ आजीवन “देवभूमि” समाचार पत्र निकालते रहे।