राज्यमंत्री पी.सी.गोरखा ने आज देवभूमि आजीविका स्वायत्त सहकारिता बेतालघाट के तृतीय वार्षिक सम्मेलन में भाग लेकर आजीविका से जुड़े विभिन्न उत्पादक समूहों के 480 शेयर धारकों को लाभांश का 72,865 रूपये के चेक वितरित किए।
इस अवसर पर गोरखा ने जलागम विभाग द्वारा तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति (ग्रास) के सहयोग से चलाई जा रही एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के माध्यम से महिला सशक्तिकरण व आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के तहत ग्रामीण महिलाओं के समूहों की भागीदारी की सराहना की उन्होंने कहा कि जहां सरकार हर क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित कर रही है,वही महिलाएं सरकार के कदम से कदम मिलाकर हर योजना में अपनी सहभागिता बखूबी निभा रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने समूह के माध्यम से अपनी कार्यकुशलता का जो परिचय दिया है वह काफी सराहनीय है। विभिन्न समूहों द्वारा समूह के खाते में 23 लाख की धनराशि जमा होना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने कहा की आगे भी देवभूमि आजीविका स्वायत्त सहकारिता के कार्यों के लिए उनकी ओर से जो भी सहयोग हो पाएगा उसके लिए वह हर समय तैयार हैं। उन्होंने गांव में महिलाओं को प्रेरित किया की वह प्याज, लहसुन, आंवला, आम, आलू, अदरक आदि के उत्पादन को आजीविका का साधन बनाएं और कहा कि क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन के ब्यवसाय की भी अपार संभावनाओं हैं महिलाओं को इसे भी प्राथमिकता से अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपने संघर्षमयी जीवन में मैंने महिला मंगल दलों के गठन व कार्यों से लेकर महिला समूहों के गठन तक का सफर देखा है। महिला समूह जितनी कार्यकुशलता व लगन से कार्य रहे हैं इसे वह सरकार के पटल पर रखेंगे ताकि समूहों को और सुविधायें व वित्तिय सहायता दी जा सके। उनके हर सुझाव व सम्बोधन पर अमेल, घोडिया हल्सो, सेटी धारकोट, घिरोली,विसगुली, कटमी गजार,रोपा आदि ग्राम पंचायतों से प्रतिभाग करने आयी महिलाओं ने बार बार तालियाँ बजाकर समर्थन किया।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान अमेल पूजा फुलारा, ग्राम प्रधान सेटी बेलगांव नीमा खुल्बे, ग्राम ग्राम प्रधान सेटी धारकोट प्रेमा गिरी गोस्वामी, प्रधान प्रतिनिधि कटनी बाजार प्रेम महाराज, प्रधान घोड़िया हल्सो, कुलवन्त सिंह जलाल, ठाकुर सिंह, शेखर चंद फुलारा नवीन पंत आदि कई गणमान्य उपस्थित थे इससे पूर्व तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति (ग्रास) के आजीविका समन्वयक उर्मिला नौरियाल व सूरज चौहान, तकनीकी संस्था समन्वयक पंकज बिष्ट, कृषि व्यवसाय अधिकारी चन्द्रेश पन्त ,सहायक अनुश्रवण अधिकारी हेम विष्ट, सोनी वर्मा आदि ने परियोजना व आजीविका परियोजना के उद्देश्य वह कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।