Tag: Kumaoni literature
Delhi:-गढ़वाली-कुमाउनी एवं जौनसारी ग्रीष्मकालीन कक्षाओं के साथ उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य...
दिल्ली एनसीआर में कई वर्षों से उत्तराखंड के प्रवासियों को गढ़वाली-कुमाऊंनी और जौनसारी की ग्रीष्मकालीन कक्षाओं के माध्यम से अपनी भाषाओं-बोली के संरक्षण के...
अल्मोड़ा-मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति द्वारा आयोजित...
अल्मोड़ा में मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति के तत्वावधान में चल रहे रचना दिवस महोत्सव के कार्यक्रम की श्रृंखला में...
गढ़वाली,कुमाउनी एवं जौनसारी अकादमी का ऐतिहासिक आयोजन-बाल-उत्सव-2022
इस उत्सव का उदघाट्न,आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में वीरांगना 'तीलू रौतेली' की सफल प्रस्तुति के साथ 3 जुलाई को हुआ था। लाइट्स,ऑडियो...
कुमाउनी भाषाक ठुल धुंगार खोल बैर उज्याव दिखौंणि छि मठपाल ज्यू
कुमाउनी भाषा और साहित्य कं अपण अमूल्य योगदान दिणीं मथुरादत्त मठपाल ज्यूक यूं कुछ कविता उनर पुर जीवन दर्शन और रचनाक फलक क जांणना...
एक तरफा प्यार
कुमाउनी,गढ़वाली,हिन्दी कवि एवं साहित्यकार रमेश हितैषी मूल रूप से गांव झिमार सल्ट अल्मोड़ा,उत्तराखंड के निवासी है। लेखन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे...