उत्तराखंड को गुजरात से जल्द मिलेंगे आक्सीजन सिलेण्डर,कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गुजरात के ऊर्जा मंत्री से की वार्ता

0
1171

उद्योग मंत्री गणेश जोशी कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं को पुख्ता करने, उपलब्ध सुविधाओं को कोविड उपचार हेतु समर्पित करने तथा अन्य उपचार सुविधाओं के विस्तार हेतु लगातार फ्रंटफुट में रह कर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। रविवार को कैबिनेट मंत्री ने गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल और गुजरात राज्य के उद्योग तथा खनन विभाग के प्रमुख सचिव एम0के0 दास से कई चक्र की वार्ता की। जिसके बाद गुजरात सरकार की ओर से उन्हें आश्वस्त किया गया है कि शीघ्र ही उत्तराखण्ड को आक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति की जाएगी।  

कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान लहर के कारण राज्य में ऑसीजन सिलेण्डर की भारी मांग है। ऑसीजन के खाली सिलेण्डर गुजरात से आने हैं। ऑसीजन सिलेण्डर की भारी मांग के चलते सिलेण्डरों की तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु कैबिनेट मंत्री लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने जब गुजरात स्थित सिलेण्डर निर्माता कम्पनियों से राज्य को तत्काल अपूर्ति उपलब्ध कराने संबंधी वार्ता की तो ज्ञात हुआ कि इन सिलेण्डर निर्माता कम्पनियों को कटिंग मोल्डिंग व वैल्डिंग कार्यों में प्रयोग होने वाली आक्सीन आपूर्ति पर लगी रोक के कारण सिलेण्डर निमार्ण कार्य प्रभावित हो रहा है। 

जिस पर तत्काल एक्शन में आते हुए राज्य के उद्योग मंत्री द्वारा अपने संपर्कों का प्रयोग कर सीधे राज्य के ऊर्जा मंत्री और प्रमुख सचिव उद्योग से वार्ता कर आक्सीजन सिलेण्डर निर्माता कम्पनियों को कटिंग मोल्डिंग व वैल्डिंग कार्यों हेतु आवश्यक आक्सीजन की आपूर्ती खोलने हेतु आग्रह किया। मामले की संवेनदशीलता के दृष्टिगत गुजरात सरकार की ओर से ऊर्जा मंत्री तथा प्रमुख सचिव उद्योग ने कैबिनेट मंत्री को आश्वस्त किया कि जल्द ही इन कम्पनियों को आक्सीजन की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी ताकि वह कोविड उपचार हेतु अति आवश्यक आक्सीजन सिलेण्डरों का उत्पादन व आपूर्ति सुनिश्चित कर सकें। जिस पर कैबिनेट मंत्री द्वारा उनका आभार व्यक्त किया गया। 

उन्होंने प्रदेश की जनता से भी आग्रह किया की राज्य सरकार नागरिकों के अमूल्य जीवन को बचाने हेतु लगातार और हर संभव संसाधन का प्रयोग कर प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार लगातार कोविड चिकित्सा सुविधाओं को विस्तारित कर रही है। परंतु कोविड -19 संक्रमण की इस विकराल लहर को परास्त करने हेतु सभी का आगे आना होगा। जिन को प्रारम्भिक लक्षण हों तथा होम आइसोलेशन में रह सकते हां वह राज्य के चिकित्सा विभाग द्वारा सुझाई गई दवाओं को घर पर रह कर अपना उपचार प्रारम्भ कर सकते हैं। ताकि अस्पतालों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं अधिक गंभीर मरीजों हेतु उपलब्ध हो सकें। इसके अलावा सभी लोग सरकार द्वारा जारी कोविड के गाइडलाइन का पालन अवश्य करें।