‘एयर आपरेशन’ के जरिए उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश,एमआई-17 हेलीकाप्टर से नरेंद्रनगर रेंज में बुझाई गई वनाग्नि

0
835

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में वनाग्नि के प्रकोप को कम करने के लिए राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इसके लिए हर जरूरी और उपलब्ध संसाधन का उपयोग किया जा रहा है। भारत सरकार ने वायु सेना के हेलीकाप्टर उपलब्ध कराए हैं। आज एक एमआई-17 हेलीकाप्टर का उपयोग किया गया। गढ़वाल में आज टिहरी जनपद अन्तर्गत नरेन्द्रनगर वन प्रभाग की नरेन्द्रनगर रेंज में वनाग्नि को बुझाने का कार्य किया गया। दूसरा हेलीकाप्टर हल्द्वानी पहुंच चुका है। उसका भी उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मांग किए जाने पर प्राथमिकता से तत्काल एमआई-17 हेलीकाप्टर उपलब्ध कराए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से फोन पर बात कर उत्तराखण्ड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए हेलीकाप्टर दिए जाने का अनुरोध किया था।  

वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग तत्पर है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचरियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है। प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय, नरेन्द्रनगर वन प्रभाग, मुनिकीरेती द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वायु सेना के एमआई-17 हेलीकाप्टर के माध्यम से जंगलों में आग को बुझाने की कवायद प्रारम्भ की गई।  जिसके प्रारम्भिक चरण में गढ़वाल में आज टिहरी जनपद अन्तर्गत नरेन्द्रनगर वन प्रभाग की नरेन्द्रनगर रेंज में अदवाणी क0सं0-04 एवं तमियार (फकोट ब्लॉक, टिहरी) में वनाग्नि को बुझाने का कार्य किया गया। सुबह 08:30 बजे हेलीकॉप्टर देहरादून एयरपोर्ट पर उतरा। प्रारम्भिक तैयारियों के पूर्ण होने के उपरान्त प्रातः 10:00 बजे एयर ऑपरेशन प्रारम्भ किया गया, जिसमें प्रारम्भिंक रैकी कार्य प्रभावित क्षेत्रों के ऊपर दो बार किया गया। तद्पश्चात कोटी कॉलोनी, टिहरी झील से 5,000 लीटर की बकेट में पानी भरकर वनाग्नि से प्रभावित जंगलों में पानी का 04 सोर्टियों के माध्यम से दो बार 10,000 लीटर पानी का छिड़काव कर वनाग्नि को नियंत्रित किया गया। एयर ऑपरेशन दोपहर 12:40 बजे तक जारी रहा तथा बाद में प्रतिकूल मौसम के कारण ऑपरेशन को रोकना पड़ा। कल दोबारा प्रातः काल में ही पुनः ऑपरेशन किया जायेगा।  इस सम्पूर्ण ऑपरेशन में वायु सेना के साथ ही उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न महकमों यथा-वन विभाग, सिविल एविएशेन विभाग, जिला प्रशासन, एवं स्थानीय स्टाफों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।

सल्ट विधान सभा उप निर्वाचन को स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पादित कराये जाने हेतु आज सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखण्ड सौजन्या ने आज राजकीय इण्टर कालेज भिकियासैंण पहुचॅकर निर्वाचन हेतु की जा रही सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ईवीएम कक्ष, मतगणना कक्ष, सीसीटीवी कक्षों का निरीक्षण किया और जानकारी प्राप्त की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी व्यवस्थाओं को तय समय से पूर्ण कर लिया जाय ताकि निर्वाचन सम्पादित कराने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आये। उन्होंने रिटर्निंग आफिसर को निर्देश दिये कि संचार व्यवस्था को दुरूस्त रखा जाय ताकि मतगणना के दिन किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इस दौरान उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट पेपर की गणना में किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसके लिये सभी अधिकारी पूर्ण सावधानी के साथ कार्य करना सुनिश्चित करेंगे।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने की जा रही सभी व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिये जिन अधिकारियों व कर्मचारियों को जो दायित्व दिये गये है वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण तत्परता से करना सुनिश्चित करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान मतदेय स्थलों, सुरक्षा व्यवस्था, बैरिकेटिंग, स्थायी ईवीएम कक्ष, खानपान आदि व्यवस्थाओं की भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने निर्वाचन हेतु की जा रही व्यवस्थों की जानकारी प्रदान की और आश्वस्त किया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जायेगा।

इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, रिटर्निंग आफिसर राहुल शाह, उप जिलाधिकारी शिप्रा पाण्डे, सहायक रिटर्निंग आफिसर हिमांशु नौगाई, सम्भागीय परिवहन अधिकारी शैलेश तिवारी तहसीलदार संजय कुमार, प्रभारी ईवीएम के0सी0 आर्या, नायब तहसीलदार मनीषा मारकाना, निशा रानी, दलीप सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अमित लाम्बा, सहायक निर्वाचन अधिकारी शंकर राम, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।