उत्तराखंड में इगास-बग्वाल से पहले दो अलग-अलग सड़क हादसों में बुझ गए रोशनी देने वाले चिराग

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पूरे देश में भारत पर्व ज्योति पर्व दीपावली मानने की तैयारी चल रही है। घर की साफ-सफाई,रंग-रोगन का काम लगभग पूरा हो चुका है। देश भर में लोगों अपने घरों-दुकानों की सजावट में लगे है। नयी-नयी लाइटों और फूलों मालाओं से घरों को सजाया जा रहा है। भले ही कोरोना के चलते इस बारे दीपावली की रोनक कम हों,लेकिन फिर कोरोना संक्रमण के बीचे बाजार सजे है

उत्तराखंड में भी इगास-बग्वाल के तौर पर मनायी जाने वाली दीपावली के लिए लोगों ने अपने घरों को सजाया हुआ है। पहाड़ चमचमाती रोशनी में जगमगा रहे है। लेकिन इस जगमगाती रोशनी के बीच उत्तराखंड के मसूरी में हुए सड़क हादसे में तीन घरों के चिराग हमेशा-हमेशा के लिए बुझ गए है।

टिहरी गढ़वाल के जतन दास का पुत्र सचिन,देहरादून नालापानी रोड़ निवासी अंकित और वीरेंद्र अपने दोस्त सचिन का जन्मदिन मानने देहरादून से मसूरी गए थे। सचिन,अंकित,वीरेंद्र,राजा,अंकित और सुनील शामिल थे। जो मसूरी स्थिति जॉर्ज एवरेस्ट से जन्मदिन की पार्टी मना कर हंसते-खेलते अपने घरों को लौट रहे थे। लेकिन ठीक देर रात किमाड़ी देहरादून मोटर मार्ग पर नाग मंदिर के पास इन दोस्तों की स्विफ्ट कार संख्या यूके 07 टीवी 3863 अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें सचिन,अंकित और वीरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि राजा,अंकित और सुनील घायल हो गए।

जानकारी के अनुसार ये सारे दोस्तों अपने दोस्त सचिन का जन्मदिन मानने के लिए दो अलग-अलग गाड़ियों से मसूरी पहुंचे थे। लेकिन जन्मदिन की पार्टी से लौटते वक्त इन्हें काल ने अपनी आगोश में ले लिया और इगास-बग्वाल से पहले तीन घरों के चिराग हमेशा-हमेशा के लिए बुझ गए।

मसूरी में हुए इस सड़क हादेश में मरने वाले तीनों युवक आंचल डेयरी, देहरादून में काम करते थे। इस घटना के बाद मृतकों के घरों में मातम का माहौल है। इगास-बग्वाल से पहले इन घरों में मातम पसरा है।

इगास-बग्वाल से पहले कुछ ऐसा ही हादसा उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के नौगांव के पास थानकी और बिसाट गांव के पास हुआ। जिसमें एक बोलेरो गहरी खाई में जा गिरी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। इस दुर्घटना के बारे में उस क्षेत्र में घास काटने गई महिलाओं को सबसे पहले पता चला है।  जिन्होंने तमाम ग्रामीणों और पुलिस को इस दुर्घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस और ग्रामीणों दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। इस हादसे में गोल निवासी चालक उपेंद्र सिंह चौहान और घनडाला बडकोट निवाली राजपाल सिंह को मौत हो गई।

इस दुर्घटना के बारे में ग्रामीणों का कहना हैं कि बुधवार की देर रात को दुर्घटना होने के कारण इस घटना का पता नहीं चल सका। लेकिन जब गांव की कुछ महिलाएं सुबह घास लेने गई तो उन्हें एक बोलेरो गहरी खाई में गिरी दिखी। जिसके बात इन महिलाओं ने ग्रामीणों को सूचना दी। जिसके बात पुलिस-प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से इन हादसे अपनी जान गवां चुके दोनों व्यक्तियों को खाई से निकाला गया। जिसके बाद पुलिस ने इस हादसे में मारे गए गोल निवासी चालक उपेंद्र सिंह चौहान और घनडाला बडकोट निवाली राजपाल सिंह के परिजनों को जानकारी दी। जिसके बाद इनके परिवार में दीपावली से पहले मामत छा गया।