टिहरी जनपद के सीमांत क्षेत्र की भिलंगना घाटी में मैण्डू सेदंवाल गांव में पोराणिक पांडव नृत्य का आयोजन किया गया है। जिसमें क्षेत्र के सेकड़ो ग्रामीणों पहुंच कर पांडव नृत्य में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।
इस पांडव नृत्य के आयोजन के लेकर ग्रामीणों ने बताया कि लोक संस्कृति और लोक विधाओं को जीवित रखने का यह प्रयास बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिसके लिए पांडव नृत्य में शामिल कलाकार और हमारे ग्रामवासी बधाई के पात्र है। इस प्रकार के सामूहिक आयोजनों से लोगों में एकता का संदेश तो जाता ही हैं,साथ ही नई पीढ़ी भी अपनी लोक-संस्कृति से रू-ब-रू होती है। इसी के साथ नई पीढ़ी उन उस परिवेश के बारे में भी जानती हैं। जिन्हें उन्होंने किताबों में पढ़ा होता है। यहा टीवी आदि पर देखा होता है। उन पात्रों को वह अपने सामने अपनी कला को प्रस्तुत करते हुए देखते है।
इस मौके पर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य एवं समाजसेवी भजन रावत ने पांडव नृत्य प्रांगण में पहुंचकर इस सामुहिक पांडव नृत्य का आयोजन करने के लिए समस्त ग्राम वासियों को इस आयोजन के लिए बधाई दी और ग्रामीणों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह हम सब के लिए बहुत ही सौभाग्य की बात हैं कि यह आयोजन हमारे क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह की इस लोक सांस्कृतिक आयोजन में हमारी युवा पीढ़ी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है। श्री रावत ने पांडव नृत्य में शामिल युवाओं से आह्वान किया कि आप समय-समय पर इस तरह के आयोजन करें। अपनी लोक संस्कृति,लोक परंपराओं और अपनी लोक विरासत को जाने-समझे और उनके संरक्षण एवं सर्वधन के लिए निरंतर प्रयास करते रहे। इस दिशा में हमसे जो सहयोग चाहिए होगा,वह हम करेंगे। जिला पंचायत सदस्य भजन रावत ने पांच पांडवों एवं ईष्ट देवी-देवताओं से अपने राज्य एवं अपने क्षेत्र की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
इस मौके पर पांडव नृत्य देखने क्षेत्र के कई गणमान्य लोग,सामाजिक कार्यकर्ता, जन प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में उपस्थिति थे। जिनका समस्त मेण्डू सेदंवाल गांव के गांव वासियों को भव्य स्वागत किया।