उत्तराखंड में कोरोना महामारी के बीच लगातार बादल फटने की घटनों से दहशत का माहौल बना हुआ है। पिछले दिनों रूद्रप्रयाग,टिहरी और उत्तरकाशी जिले में बादल फटने के बाद एक बार फिर से देहरादून जनपद के चकराता तहसील के अंतर्गत क्वांसी के पास खेड़ा बिजनाड़ में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है। जिसमें दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता बताए जा रहे हैं,जिनकी तलाश जारी है।
उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में पहली ही भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी की जारी की थी। उत्तरकाशी,चमोली,पिथौरागढ़ जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी थी। देहरादून,टिहरी रुद्रप्रयाग,पौड़ी,बागेश्वर,नैनीताल,हरिद्वार जनपद में भी भारी बारिश बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की थी। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद तबाही की खबरें भी सामने आने लगी है।
उत्तराखंड में 48 घंटे से जारी बारिश के बीच चकराता तहसील के बिजनाड़ छानी में बादल फटने से काफी नुकसान होने और चार लोगों के लापता होने की खबर है। साथ ही गांव के 3 लोगों के दबे होने की आशंका भी जताई जा रही है। बादल फटने की जानकारी मिलते ही राजस्व पुलिस, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गई है। आपदा में प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का राज्य सरकार समुचित प्रबंध कर रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने देहरादून जनपद के चकराता तहसील के अंतर्गत क्वांसी के पास खेड़ा बिजनाड़ में बादल फटने से भारी तबाही की खबर मिलने पर तुरंत जिला प्रशासन से बाद की है। साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों की बारे में जानकारी ली है। इसी के साथ उत्तराखंड में शासन-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर रखा गया है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की सूचना मिल रही है।