उत्तराखंड के प्रवेश द्वार कोटद्वार में कई वर्षों से लटकी लालढांग-चिलरखाल कोटद्वार मोटर मार्ग परियोजना का आखिरकार मंजूरी मिल गई। कैबिनेट मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत के अथक प्रयास से लालढांग-चिलरखाल मोटर मार्ग के निर्माण के लिए सरकार ने धनराशि भी जारी कर दी है। इस मार्ग के लिए राज्य सरकार ने करीब सवा 6 करोड़ रूपये की धनराशि को मंजूरी दी है। इसी के साथ इस मार्ग के निर्माण के लिए पहली किस्त के रूप में दो करोड़ रूपये की धनराशि जारी भी कर दी गई है।
गढवाल की लाईफ लाइन लालढांग-चिलरखाल मोटर मार्ग निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। साथ ही कालागढ टाईगर रिजर्व के अन्तर्गत बनने वाले टाईगर बाडे के निर्माण को भी रफतार मिल गई है। पिछले 20 वर्षों से लटके चिलरखाल से लालढांग तक के मोटर मार्ग के निर्माण के शासनादेश भी जारी हो गया है। जिसका श्रेय निश्चित तौर पर उत्तराखंड के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत को जाता है। जिन्होंने इस मार्ग के निर्माण के लिए हर संभव कोशिश जारी रखी।
लालढांग-चिलरखाल मार्ग निर्माण को स्वीकृति मिलने पर कोटद्वार वासियों में खुशी की लहर है। कोटद्वार वासियों ने इसके लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। आपको बता दें कि लालढांग-चिलरखाल कोटद्वार मोटर मार्ग पर माननीय उच्चतम न्यायालय रोक लगा दी थी। लेकिन अब इस मोटर मार्ग के निर्माण के लिए शासनादेश जारी हो गया है। इस मार्ग के बनने के बाद कोटद्वार के आस-पास रहने वाले हजारों लोगों को फायदा होगा।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने लालढांग-चिलरखाल मार्ग निर्माण को स्वीकृति मिलने के लिए सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहां कि यह हम सब की जीत है। इसके लिए मैं आप सभी बधाई देता हूं। इसी के साथ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में पाखरौं में निर्माणाधीन टाईगर बाडे को भी वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो गयी। यह टाईगर बाडा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखण्ड को एक नई पहचान दिलायेगा। डॉ.हरक सिंह रावत ने इस टाईगर बाडे के निर्माण को लेकर लिए विशेष प्रयास किए थे। इस टाईगर बाडे के निर्माण से कोटद्वार ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार, पर्यटन से जोड़ा जा सकेगा।